Personalized
Horoscope

Karka Masik Rashifal in Hindi - Karka Horoscope in Hindi - कर्क मासिक राशिफल

Cancer Rashifal

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अक्टूबर का महीना आपको मिले-जुले या औसत से कुछ कमजोर परिणाम भी दे सकता है इसलिए इस महीने में आपको अपने स्वास्थ्य को लेकर पूरी तरह से जागरूक रहना होगा। खान-पान बहुत संयमित रखें और इस बात के प्रति भी सजग रहें क्योंकि आपके दूसरे भाव में राहु-केतु का प्रभाव लंबे समय तक बना रहेगा। हालांकि, महीने के पहले हिस्से में आरोग्यता के कारक ग्रह सूर्य का पूरा सपोर्ट आपको मिलेगा। इसके फलस्वरूप, आप खान-पान पर संयम रखने की कोशिश करके बेहतर स्वास्थ्य का आनंद ले सकेंगे। लेकिन, महीने के दूसरे हिस्से में जब आरोग्यता का कारक ग्रह सूर्य जो आपके दूसरे भाव का स्वामी भी है, वह नीच अवस्था में रहेगा, तब आपका खान-पान बिगड़ सकता है जिसका नकारात्मक प्रभाव आपके स्वास्थ्य पर देखने को मिल सकता है। चतुर्थ भाव में मंगल का गोचर विशेषकर 27 अक्टूबर तक रहने वाला है और ऐसे में, चोट-खरोच लगने का डर बना रह सकता है। खासकर वाहन इत्यादि से चोट लगने की आशंका है इसलिए यदि वाहन स्वयं चलाते हैं, तो सावधानीपूर्वक वाहन चलाना उचित रहेगा। 27 अक्टूबर के बाद मंगल का नकारात्मक प्रभाव चतुर्थ भाव से दूर हो जाएगा और मंगल अपनी राशि में चले जाएंगे। इसके फलस्वरूप, कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं देंगे। एक तरफ, जहां महीने के दूसरे हिस्से में सूर्य का गोचर कमजोर रहेगा, तो वहीं दूसरे हिस्से में ही बृहस्पति का गोचर बेहतर रहेगा इसलिए इन सभी परिस्थितियों को देखकर हम यह कहना चाहेंगे कि अक्टूबर 2025 का महीना आपको स्वास्थ्य में मिले-जुले परिणाम दे सकता है। वहीं, लापरवाही करने की स्थिति में परिणाम कमजोर भी रह सकते हैं जबकि संयमित दिनचर्या अपनाने की स्थिति में स्वास्थ्य ज्यादा परेशान नहीं करेगा या हो सकता है कि कोई परेशानी आए ही न।

कैरियर: आपके करियर भाव का स्वामी मंगल ग्रह इस महीने ज्यादातर समय आपके चतुर्थ भाव में रहेगा और दशम भाव को देखेगा। वैसे तो, चौथे भाव में मंगल के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है, लेकिन मंगल करियर भाव का स्वामी होकर करियर भाव को देखेगा, यह एक अनुकूल बिंदु है। दूसरी अनुकूल बात यह है कि द्वादश भाव में बैठकर बृहस्पति महीने के पहले हिस्से में आपके करियर भाव के स्वामी मंगल को देखेंगे। तीसरी अनुकूल बात यह होगी कि महीने के पहले हिस्से में सूर्य ग्रह आपके तीसरे भाव में रहेंगे अर्थात आपके सीनियर या बॉस आपके समर्थन में रह सकते हैं। इन सभी कारणों से महीने के पहले हिस्से में धैर्यपूर्वक काम करने वाले लोग अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। विशेषकर नौकरीपेशा लोग इस अवधि में काफी अच्छा कर सकेंगे। हालांकि, 3 अक्टूबर से 17 अक्टूबर के बीच व्यापार से जुड़े लोग भी काफी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन जल्दबाजी किसी भी काम में अच्छी नहीं मानी जाती है और आपके मामले में भी नहीं मानी जाएगी। साथ ही, कार्य-व्यापार में या फिर नौकरी में दो बातें बर्दाश्त कर लेना भी समझदारी का काम कहा गया है। अतः बर्दाश्त करने की क्षमता को डेवलप करके आप कार्यक्षेत्र में अनुकूल परिणाम प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन महीने के दूसरे हिस्से में सूर्य का गोचर आपके लिए अनुकूल नहीं रहेगा। हालांकि ,बृहस्पति उच्च अवस्था में आपके प्रथम भाव में चले जाएंगे जो आपकी बुद्धि को बढ़ाने का काम कर सकते हैं, लेकिन फिर भी सभी ग्रहों की स्थितियों को मिलाकर देखा जाए, तो महीने के दूसरे हिस्से में कार्य-व्यापार में किसी भी प्रकार का रिस्क लेना उचित नहीं रहेगा। नौकरी में बदलाव के लिए लगभग पूरा महीना ही अनुकूल नहीं कहा जाएगा। निष्ठापूर्वक अपने दिए गए काम को संपन्न करें और किसी से शाबाशी की उम्मीद न रखें। ऐसा करने की स्थिति में आप बेहतर संतुष्टि का अनुभव कर सकेंगे।

प्रेम / विवाह / व्यक्तिगत संबंध: अक्टूबर के महीने के लिए यदि आपके प्रेम संबंध की बात की जाए, तो इस महीने आपके पंचम भाव के स्वामी मंगल की स्थिति अनुकूल नहीं कही जाएगी। आपके पंचम भाव के स्वामी मंगल 27 अक्टूबर तक चतुर्थ भाव में रहेंगे, जो प्रेम संबंधों में अनुकूलता देने में असमर्थ रह सकते हैं। हालांकि, महीने के पहले हिस्से में बृहस्पति का आशीर्वाद मंगल ग्रह पर रहेगा जो समझदार लोगों को कोई परेशानी नहीं आने देगा। भले ही मंगल की स्थिति अनुकूल नहीं है, लेकिन धैर्यपूर्वक और पवित्र भाव से संबंध को निभाने वाले व्यक्ति को बृहस्पति की कृपा होने के कारण प्रेम संबंध में कोई तकलीफ नहीं आएगी। भले ही आपको अनुकूल परिणाम मिले या न मिले, लेकिन प्रतिकूल परिणाम भी नहीं मिलेंगे। वहीं, 27 अक्टूबर के बाद मंगल अपनी राशि में पंचम भाव में आ जाएगा। यह स्थिति भी सुरक्षा प्रदान करेगी अर्थात आपस में मतभेद भले रहें, लेकिन प्रेम संबंध में विच्छेद नहीं होगा। इस तरह से हम कह सकते हैं कि अक्टूबर के महीने में लव लाइफ पूरी तरह से सामान्य नजर नहीं आ रही है, लेकिन समझदारी दिखाकर आप अपने संबंध को बनाए रख सकेंगे। वहीं, विवाह की बात को आगे बढ़ाने के लिए भी महीने का पहला हिस्सा अनुकूल नहीं कहा जाएगा। महीने के दूसरे हिस्से में बृहस्पति आपके प्रथम भाव में उच्च अवस्था में रहेंगे और सप्तम भाव को देखेंगे। साथ ही, पंचम भाव को देखेंगे जो सगाई और विवाह से संबंधित बातों को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। दांपत्य जीवन की बात करें तो, दांपत्य जीवन के लिए महीना औसत या औसत से बेहतर परिणाम दे सकता है। सप्तम भाव के स्वामी की स्थिति इस महीने बहुत अच्छी नहीं होगी। साथ ही, 27 अक्टूबर तक मंगल ग्रह चौथी दृष्टि से आपके सप्तम भाव को देख रहे होंगे। ये दोनों ही स्थितियां अनुकूल नहीं कही जाएंगी। इसके अलावा, अक्टूबर के बाद शुक्र ग्रह नीच के रहेंगे, यह भी अनुकूल स्थिति नहीं है, लेकिन महीने के दूसरे हिस्से में सौभाग्य के कारक बृहस्पति की दृष्टि आपके सप्तम भाव पर रहेगी जो किसी बड़ी समस्या को आने से बचाएगी। इस महीने ज्यादातर ग्रहों की स्थिति दाम्पत्य जीवन के लिए अनुकूल नहीं रहेगी,लेकिन महीने के दूसरे हिस्से में बृहस्पति आपको अनुकूल परिणाम देंगे। यदि किसी तरह की कोई समस्या महीने के पहले हिस्से में उत्पन्न होती है और आप उसे सुलझाना चाह रहे हैं, तो महीने के दूसरे हिस्से में देवगुरु बृहस्पति की कृपा से समस्या सुलझ सकती है और सामंजस्य बनाने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।

सलाह: बरगद की जड़ों पर मीठा दूध चढ़ाएं। जरूरतमंद लोगों को अपने सामर्थ्य के अनुसार भोजन करवाएं। स्त्रियों और कन्याओं का आदर करते रहें।

सामान्य: अक्टूबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, कर्क राशि के जातकों को यह महीना मिले-जुले परिणाम देने का काम कर सकता है। इस महीने सूर्य का गोचर 17 अक्टूबर तक आपके तीसरे भाव में रहेगा, जो सामान्य तौर पर आपको अनुकूल परिणाम देना चाहेगा। 17 अक्टूबर के बाद सूर्य का गोचर आपक्व चौथे भाव में नीच अवस्था में रहेगा। ऐसे में, सूर्य से कमजोर परिणाम मिलने की संभावना रहेगी। मंगल का गोचर 27 अक्टूबर तक आपके चौथे भाव में रहेगा जिसे अनुकूल गोचर नहीं माना जाएगा। 27 अक्टूबर के बाद मंगल आपके पंचम भाव में अपनी राशि में रहेंगे और ऐसे में, मंगल आपको मिले-जुले परिणाम दे सकते हैं। बुध ग्रह का गोचर 3 अक्टूबर तक कमजोर और 3 अक्टूबर से लेकर 24 अक्टूबर तक अनुकूल परिणाम दे सकता है। इसके बाद बुध ग्रह कुछ हद तक कमजोर हो जाएगा। बृहस्पति का गोचर महीने के पहले हिस्से में द्वादश भाव में रहेगा जो आपको अनुकूल परिणाम देने में पीछे रहेगा। लेकिन, महीने के दूसरे हिस्से में बृहस्पति आपको औसत से बेहतर परिणाम दे सकते हैं। वहीं, 9 अक्टूबर तक शुक्र आपके दूसरे भाव में रहेंगे जो आपको अनुकूल परिणाम देना चाहेंगे। 9 अक्टूबर के बाद तीसरे भाव में शुक्र नीच अवस्था में रहेंगे जो आपको मिले-जुले परिणाम दे सकते हैं अर्थात कुछ अच्छे तो कुछ कमजोर परिणाम भी शुक्र आपको दे सकते हैं। शनि ग्रह का गोचर आपके भाग्य भाव में वक्री अवस्था में रहेगा। ऐसे में, शनि से भी अधिक अनुकूलता मिलने की उम्मीद नहीं है। राहु का गोचर आपके आठवें भाव में बृहस्पति के नक्षत्र में रहेगा। अतः ज्यादातर मामलों में राहु कमजोर परिणाम दे सकता है, लेकिन कभी-कभी कुछ मामलों में अप्रत्याशित रूप से अनुकूल परिणाम भी मिल सकते हैं। केतु का गोचर दूसरे भाव में सिंह राशि में शुक्र के नक्षत्र में रहेगा। अत: केतु से भी ज्यादातर मामलों में कमजोर परिणाम मिलने के संकेत मिल रहे हैं। बस कुछ मामलों में विशेषकर 9 अक्टूबर से पहले अच्छे परिणाम भी मिल सकते हैं। वैसे ज्यादातर मामलों में राहु-केतु से हमें अनुकूलता की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। इस तरह से हम पाते हैं कि यह महीना आपको मिले-जुले परिणाम दे सकता है अर्थात अक्टूबर 2025 का महीना आपको अनुकूल और कमजोर दोनों तरह के परिणाम दे सकता है। लेकिन, अनुभव का सहारा लेते हुए और धैर्य के साथ काम करके आप अनुकूलता के ग्राफ को कुछ बेहतर बनाने में समर्थ भी हो सकेंगे।

वित्त: आर्थिक मामले की बात करें, तो इस महीने आपके लाभ भाव के स्वामी 9 अक्टूबर तक धन भाव में रहेंगे। आर्थिक मामलों के लिए यह एक अच्छी स्थिति कही जाएगी। अक्टूबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, इस अवधि में आप न केवल अच्छी आमदनी कर सकेंगे बल्कि अच्छी बचत भी कर सकेंगे। हालांकि, यह बातें सिर्फ व्यापार करने वाले व्यक्तियों पर ही लागू होंगी। नौकरीपेशा लोगों को महीने की समाप्ति के बाद ही धन की प्राप्ति संभव होगी, लेकिन उनके इंक्रीमेंट इत्यादि के लिए या भविष्य में इंक्रीमेंट की तैयारी करवाने के लिए यह समय मददगार बन सकता है। यदि आपने किसी को पैसे उधार दे रखे हैं, तो उसकी प्राप्ति भी इस अवधि में हो सकती है। 9 अक्टूबर के बाद लाभ भाव का स्वामी नीच का हो जाएगा तथा लाभ भाव पर शनि और मंगल की संयुक्त दृष्टि का प्रभाव रहेगा। इस कारण से लाभ प्राप्ति में कुछ धीमापन देखने को मिल सकता है अथवा पैसे अटक सकते हैं या फंस सकते हैं इसलिए बेहतर होगा कि आर्थिक मामलों को 9 अक्टूबर से पहले-पहले सुलझा लें, तब ही आप ज्यादा फायदे में रहेंगे। बचत भाव का स्वामी सूर्य 17 अक्टूबर तक आपके समर्थन में है और बाद में कमजोर होकर बचत के मामले में मदद नहीं कर पाएगा। ऐसा भी हो सकता है कि पहले बचाए हुए पैसे इस अवधि में खर्च हो जाएं इसलिए 17 अक्टूबर के बाद अपनी बचत और बचाए हुए पैसों को लेकर बहुत ही समझदारी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता होगी। धन का कारक बृहस्पति महीने के पहले हिस्से में द्वादश भाव में रहेगा तथा आर्थिक मामले में कोई विशेष सपोर्ट नहीं कर पाएगा। महीने के दूसरे हिस्से में बृहस्पति उच्च अवस्था में रहेंगे जो कुछ अनुकूल परिणाम भी आपको दे सकते हैं। ऐसे में हम कह सकते हैं कि अक्टूबर का महीना आर्थिक मामले में आपको मिले-जुले परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है।

पारिवारिक: पारिवारिक जीवन में अक्टूबर का महीना आपको मिले-जुले परिणाम दे सकता है। महीने के पहले हिस्से में दूसरे भाव का स्वामी सूर्य अनुकूल स्थिति में रहेगा अर्थात 17 अक्टूबर से पहले पारिवारिक जीवन में पारिवारिक भाव का स्वामी आपको अच्छे परिणाम देना चाहेगा। 9 अक्टूबर तक शुक्र का गोचर भी दूसरे भाव में रहेगा। यह भी आपको अनुकूल परिणाम देगा। हालांकि, राहु-केतु के प्रभाव के चलते छोटी-मोटी गलतफहमियां देखने को मिल सकती हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में महीने का पहला हिस्सा पारिवारिक सुख-शांति बनाए रखने में सहयोग करेगा। वहीं, महीने के दूसरे हिस्से में कुछ पारिवारिक परेशानियों के आने के संकेत मिल रहे हैं। भाई-बंधुओं के साथ संबंधों की बात करें, तो इस मामले में भी महीने का पहला हिस्सा ज्यादा अच्छे परिणाम देने वाला कहा जाएगा। हालांकि, भाई-बंधुओं के संबंधों का कारक मंगल लगभग पूरे महीने ही अनुकूल स्थिति में नहीं रहेगा, लेकिन बाकी ग्रहों की स्थिति इस बात का संकेत कर रही है कि भाई-बंधुओं के साथ संबंध संतुलित बने रहेंगे। वहीं, गृहस्थ जीवन में इस महीने सावधानीपूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता होगी। इस महीने की शुरुआत से लेकर 27 अक्टूबर तक चतुर्थ भाव में मंगल का गोचर कुछ पारिवारिक परेशानियां देने का काम कर सकता है। चतुर्थ भाव का स्वामी शुक्र भी 9 अक्टूबर के बाद कमजोर स्थिति में रहेगा। ऐसे में, किसी भी प्रकार का रिस्क लेना उचित नहीं रहेगा और अपने सामर्थ्य के अनुसार घर-गृहस्थी से जुड़ी हुई चीजें खरीदने का प्रयास करें। आवश्यकता से अधिक चीजें लाने में खर्च न करें। साथ ही आवश्यकता की चीजों को खरीदने में लापरवाही न करें, तभी आप बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे क्योंकि निष्ठापूर्वक संतुलन बिठाने पर महीने के पहले हिस्से में बृहस्पति की पंचम दृष्टि आपका सहयोग करेगी और आप तुलनात्मक रूप से बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। महीने का दूसरा हिस्सा कुछ नई समस्याएं देने का काम कर सकता है। जिनका समाधान पाने के लिए आपको बड़े-बुजुर्गों का सहयोग लेना जरूरी रहेगा अर्थात घर-गृहस्थी से जुड़े मामलों में महीने का पहला हिस्सा बेहतर रहेगा, तो वहीं दूसरा हिस्सा कमजोर परिणाम दे सकता है।