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Vrishchika Masik Rashifal in Hindi - Vrishchika Horoscope in Hindi - वृश्चिक मासिक राशिफल

Scorpio Rashifal

स्वास्थ्य: यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से कमजोर रहने की संभावना है। महीने की शुरुआत में शुक्र महाराज आपके छठे भाव में और शनि महाराज पंचम भाव में होंगे। सप्तम भाव में सूर्य, बुध और बृहस्पति महाराज अष्टम भाव में होंगे। आपको अपनी स्वास्थ्य समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए। जून मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, आपकी राशि के स्वामी मंगल महाराज महीने की शुरुआत में नवम भाव में होंगे जो उनकी नीच राशि है। भले ही वह राजयोग बनाएं, लेकिन आपके कमजोर स्वास्थ्य की ओर इशारा करते हैं। उसके बाद, 6 तारीख से बुध बृहस्पति के साथ अष्टम भाव में होंगे। 7 तारीख से मंगल दशम भाव में केतु के साथ बैठकर मंगल केतु अंगारक योग बनाएंगे और वहां से आपके चतुर्थ और पंचम भाव को भी देखेंगे। इस प्रकार, आपकी शारीरिक समस्याएं बढ़ सकती हैं और स्वास्थ्य समस्याएं आपको चिंता दे सकती हैं। आपको रक्तचाप, फुंसी, फोड़े, रक्त की अशुद्धि और मानसिक तनाव या उन्माद बढ़ने की संभावना बनी रह सकती है। इसके अतिरिक्त पेट से जुड़ी समस्याएं, महिलाओं को होने वाली समस्याएं और वसा जनित समस्याएं भी इस महीने आपको परेशान कर सकती हैं इसलिए इस पूरे महीने आपको अपने स्वास्थ्य पर बराबर ध्यान देने की आवश्यकता पड़ सकती है। आरोग्यता के कारक सूर्य महाराज भी 15 तारीख से आपके अष्टम भाव में चले जाएंगे इसलिए आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में कुछ कमी रहेगी। ऐसा होने पर आपको आवश्यक उपचार करने चाहिए।

कैरियर: करियर के दृष्टिकोण से, यह महीना आपको बहुत ध्यान से काम करने की सलाह देता है। दशम भाव में पूरे महीने केतु महाराज विराजमान रहेंगे जिससे आपको मन लगाकर काम करना होगा। आपके मन में अपने कार्यस्थल से विरक्ति के भाव आ सकते हैं। आप चाहेंगे कि नौकरी छोड़कर कोई दूसरा काम करें, लेकिन बिना सोचे-समझे नौकरी छोड़ना नुकसानदायक होगा। अपने काम पर ज्यादा ध्यान दें क्योंकि काम में यदि गड़बड़ी होगी तो यह आपके लिए परेशानी का कारण बन सकती है। दशम भाव के स्वामी सूर्य महाराज महीने के पूर्वार्ध में दशम भाव में रहेंगे जिससे कुछ हद तक समस्याएं कम रहेंगी और आपको वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग भी मिलेगा। लेकिन, 15 तारीख से वह आपके अष्टम भाव में चले जाएंगे, तब कुछ चुनौतियां बढ़ सकती हैं और काम में उतार-चढ़ाव आएंगे। छठे भाव के स्वामी मंगल महाराज महीने की शुरुआत में नवम भाव में आएंगे जिससे साहस और संघर्ष के बाद आपको अपने कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी और 7 तारीख से वह आपके दशम भाव में प्रवेश कर जाएंगे, जहां पर केतु पहले से ही बैठे होंगे। इस प्रकार मंगल केतु का अंगारक योग कार्यक्षेत्र में आपको परेशानियों दे सकता है। आपका लड़ाई-झगड़ा होने की स्थिति भी बन सकती है, इस पर सावधानी रखना आपके लिए बेहद आवश्यक होगा। व्यापार करने वाले जातकों के लिए यह महीना अच्छा रहेगा। विशेष रूप से महीने का पूर्वार्ध थोड़ा बेहतर रहेगा।

प्रेम / विवाह / व्यक्तिगत संबंध: यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं, तो यह महीना आपके प्यार की परीक्षा लेगा। बार-बार चुनौतियां आएंगी, लेकिन आपको अपने रिश्ते पर अडिग रहना होगा। शनि महाराज पंचम भाव में बैठे रहेंगे और आपको कई बार अपने रिश्ते पर शक हो सकता है। कई बार आपको लगेगा कि आप जितना अपने प्रियतम को समझते हैं, शायद वह आपको न समझते हों। कई बार आपको अपने रिश्ते की गहराई पर भी शक हो सकता है, लेकिन आपको इस सबसे बचना है और अपने रिश्ते पर विश्वास रखना है। पंचम भाव के स्वामी बृहस्पति महाराज अष्टम भाव में पूरे महीने बैठे रहेंगे इसलिए आपको अपने रिश्ते को छुपाने की आवश्यकता नहीं बल्कि अपने परिवार वालों को उसके बारे में बताना है। आप अपने प्रियतम के परिवार और अपने परिवार के बीच सामंजस्य बिठाने का प्रयास करेंगे तो धीरे-धीरे आपके बीच की चीज़ें सुधरती चली जाएंगी और आपके प्रेम विवाह के रास्ते भी खुल सकते हैं। 7 तारीख से मंगल महाराज दशम भाव में बैठकर पंचम भाव पर दृष्टि डालेंगे जिससे प्रेम संबंधों में टकराव की स्थिति बन सकती है। अहम का टकराव हो या बात-बात पर चिड़चिड़ापन, ऐसी समस्याओं से दो-चार होने की स्थिति बन सकती है इसलिए आपको पहले से तैयार रहना चाहिए। वैवाहिक संबंधों के लिए यह महीना मध्यम रहेगा। विशेष रूप से महीने का पूर्वार्ध अधिक अनुकूल है। सूर्य और बुध महीने के पूर्वार्ध में सप्तम भाव में बैठकर आपके जीवनसाथी को सही निर्णय लेने वाला बनाएंगे। उनका व्यवहार भी अच्छा होगा। उसके बाद 6 तारीख को बुध और 15 तारीख को सूर्य अष्टम भाव में चले जाएंगे जिससे ससुराल का हस्तक्षेप आपके रिश्ते में बढ़ जाएगा, तब आपको थोड़ी सावधानियां रखनी होंगी, नहीं तो रिश्ते में समस्या आएगी। 29 तारीख को शुक्र महाराज सप्तम भाव में जाएंगे, तब आपके रिश्ते में प्रेम और रुमानियत भरे पलों की आहट होगी और आपका रिश्ता परिपक्व होगा। आप अपने रिश्ते का लुत्फ ले पाएंगे और आपके जीवनसाथी भी आपसे प्रसन्न होंगे।

सलाह: आपको अपने राशि के स्वामी मंगल महाराज को प्रबल करने के लिए उनके बीज मंत्र का जाप करना चाहिए। मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर जाकर उनको चार केले अर्पित करें और बच्चों में गुड़ और चना का प्रसाद बांटें। शनिवार के दिन काली साबुत उड़द श्री शनि देव के मंदिर में दान करें। आपको गुरुवार के दिन केले के वृक्ष को जल अर्पित करना चाहिए।

सामान्य: जून मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना वृश्चिक राशि के जातकों के लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहने की संभावना है। आपको अपने स्वास्थ्य पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी क्योंकि पूरे महीने गुरु महाराज आपके अष्टम भाव में विराजमान रहेंगे और लगभग पूरे ही महीने शुक्र भी छठे भाव में रहेंगे। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य और बुध भी अष्टम भाव में प्रवेश कर जाएंगे। इससे आपकी स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं। नौकरी करने वाले जातकों को अपने कार्यक्षेत्र में मन लगाकर काम करना होगा क्योंकि इस दौरान हो सकता है कि आपका काम में मन न लगे और आप काम में गलतियां कर बैठें। इसके लिए आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। व्यापार करने वाले जातकों के लिए महीने का पूर्वार्ध बहुत बढ़िया रहेगा। आप अपनी योजनाओं को अमली जामा पहना पाने में सफल रहेंगे। आपके सप्तम भाव में सूर्य और बुध का बुधादित्य योग का निर्माण आपको व्यापार में सही निर्णय लेने में मदद करेगा और व्यावसायिक साझेदार से भी आपको लाभ मिलेगा। प्रेम संबंधों में आपकी कठिन परीक्षा होगी। आप अपने प्रियजन से कितने संतुष्ट हैं और आप उनके लिए किस हद तक क्या महसूस करते हैं, यह सब कुछ आपको इस महीने महसूस होगा। आप अपने प्यार को दुनिया से छुपाने की कोशिश न करें बल्कि उसे स्वीकार करें और आगे बढ़ें। वैवाहिक संबंधों के लिए यह महीना अच्छा रहने की संभावना है, लेकिन महीने के उत्तरार्ध में ससुराल पक्ष से समस्याएं हो सकती हैं। विद्यार्थियों को पढ़ाई में अनेक प्रकार की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए और इसके लिए कमर कस लेनी चाहिए। विदेश यात्रा के योग इस पूरे महीने बने रहने की संभावना है। यदि आपकी इच्छा है कि आप विदेश जाएं या घूमने जाना चाहें तो भी आप इस महीने जा सकते हैं। आर्थिक दृष्टिकोण से यह महीना पूर्वार्ध में अनुकूल और उत्तरार्ध में थोड़ा कम मददगार साबित हो सकता है।

वित्त: यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए, तो इस दृष्टिकोण से यह महीना औसत कहा जा सकता है। जहां एक तरफ शनि महाराज पंचम भाव में बैठकर एकादश भाव को पूरे महीने देखेंगे और आपकी आमदनी में बढ़ोतरी करते रहेंगे। आपकी दैनिक आमदनी भी ठीक-ठाक रहेगी। बृहस्पति महाराज अष्टम भाव में बैठकर आपके दूसरे भाव को, जो उनकी स्वयं की राशि है, देखते रहेंगे। इससे भी आपको धन प्राप्ति के योग बनेंगे। आपको कोई पैतृक संपत्ति विरासत में मिल सकती है। इन सबके बावजूद आपके बीच चुनौतियां बनी रहेंगी। शुक्र महाराज 29 तारीख तक आपके छठे भाव में बैठकर द्वादश भाव को देखेंगे जो आपके लगातार खर्च बनाए रखेंगे। आपको चैन कम मिलेगा क्योंकि खर्चो का सिलसिला अनवरत जारी रह सकता है और इससे ही आपके ऊपर आर्थिक चुनौतियां बढ़ सकती हैं। मंगल केतु के अंगारक योग के कारण कार्यक्षेत्र पर आपको सावधानियां रखनी होंगी, नहीं तो नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है और इससे भी आर्थिक चुनौतियां बढ़ सकती हैं। दीर्घकालीन निवेश करने से आपको लाभ मिलेगा। अचानक से कुछ धन प्राप्त होने के योग भी बन सकते हैं। यदि आप विवाहित हैं, तो आपके ससुराल पक्ष की तरफ से किसी प्रकार की आर्थिक मदद मिलने की भी संभावना बन सकती है। लेकिन आप अपने खर्च को यदि नियंत्रित नहीं करते हैं, तो फिर चुनौतियां बरकरार रहेंगी इसलिए आपको समझना होगा।

पारिवारिक: जून मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना पारिवारिक जीवन के लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहने की प्रबल संभावना है। पूरे महीने चौथे भाव में राहु और दशम भाव में केतु विराजमान रहेंगे जिससे परिवार के लोगों के बीच सामंजस्य की कमी महसूस हो सकती है। ऊपर से 7 तारीख को मंगल महाराज नवम भाव से निकलकर दशम भाव में प्रवेश करेंगे और दशम भाव में मंगल-केतु की युति से अंगारक योग बनेगा जो पारिवारिक शांति के लिए अच्छा नहीं होगा। इस दौरान पिताजी के क्रोध में बढ़ोतरी होगी, उनका स्वास्थ्य भी पीड़ित हो सकता है और परिवार में लड़ाई-झगड़े की स्थिति भी बन सकती है। सदस्यों को आपस में प्रेम की कमी महसूस होगी जो पारिवारिक शांति के लिए नुकसानदायक रहेगी। चतुर्थ भाव के स्वामी शनि महाराज पूरे महीने पंचम भाव में रहेंगे जिससे परिवार के लोग संतान पर विशेष ध्यान देंगे और उनका ध्यान रखेंगे। दूसरे भाव के स्वामी बृहस्पति महाराज अष्टम भाव में बैठकर दूसरे भाव को देखेंगे और यह पारिवारिक संबंधों में सामंजस्य बनाने में आपकी मदद करेंगे। आपको चुनौतीपूर्ण निर्णय लेने में कुछ परेशानी होगी, लेकिन आवेश में आकर या जल्दबाजी में कोई भी निर्णय लेने से बचें। धैर्यपूर्वक सावधानी से हर बात का सही आकलन करने के उपरांत ही किसी बात को लेकर मन बनाएं। आपके भाई-बहनों से आपके संबंध अनुकूल रहेंगे और उनका सहयोग भी आपको मिलेगा जिससे आपको महसूस होगा कि परिवार सबसे महत्वपूर्ण है।