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Dhanu Masik Rashifal in Hindi - Dhanu Horoscope in Hindi - धनु मासिक राशिफल

Sagittarius Rashifal

स्वास्थ्य: यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से थोड़ा ध्यान रखने वाला ही होगा क्योंकि राशि स्वामी बृहस्पति स्वयं पूरे महीने छठे भाव में विराजमान रहेंगे जो की रोग का भाव भी है। ऐसे में आपको वास जनित पदार्थ से बचना चाहिए, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने, मोटापा बढ़ने या पेट से जुड़ी समस्याएं समस्या दे सकती हैं। वक्री शनि महाराज की दृष्टि भी आपके पंचम भाव पर रहेगी। बृहस्पति छठे भाव में और महीने की शुरुआत में मंगल सातवें और बुध आठवें भाव में रहेंगे। यह समय शारीरिक समस्याओं में बढ़ोतरी कर सकता है। हालांकि महीने के उत्तरार्ध में स्थित पहले के मुकाबले सुधर जाएगी और स्वास्थ्य लाभ होगा फिर भी आपको बीमारी का खतरा बना रहेगा क्योंकि राशि स्वामी पीड़ित अवस्था में होंगे। आपको अत्यधिक वसायुक्त पदार्थों के इस्तेमाल से बचना चाहिए।

कैरियर: करियर के दृष्टिकोण से यह महीना शुरुआत से ही सावधानी रखने वाला महीना है। यदि आप नौकरी करते हैं तो आपको अपने कार्यक्षेत्र में सावधानी से व्यवहार करना चाहिए किसी से भी गप्पेबाजी करने से अपनी निजी बातें साझा करने से या व्यर्थ की बात करने से बचना चाहिए और दूसरी तरफ आपका मन भी काम में काम ही लगेगा। आप अन्य बातों में अधिक रुचि दिखाएंगे और काम में कम। इससे कार्यक्षेत्र में आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आपके वरिष्ठ अधिकारी आपसे असंतुष्ट हो सकते हैं। विशेष रूप से महीने के पूर्वार्ध में आपको इन बातों का ध्यान रखना होगा। शुक्र और केतु महीने की शुरुआत से आपके दशम भाव में विराजमान रहेंगे और दशम भाव के स्वामी बुध महाराज महीने की शुरुआत में अष्टम भाव में रहेंगे जिससे समस्याएं बढ़ेंगी। छठे भाव के स्वामी शुक्र महाराज अपनी तरफ से कोशिश करेंगे कि आपके कार्यक्षेत्र में अच्छे परिणाम प्रदान करें लेकिन राहु केतु के प्रभाव से समस्याएं बढ़ सकती हैं। 4 सितंबर से बुध महाराज नवम भाव में जाएंगे तब कार्यक्षेत्र में बदलाव की स्थिति बन सकती है और आपको किसी नई नौकरी का अवसर मिल सकता है। इसके बाद महीने के उत्तरार्द्ध में 18 सितंबर से शुक्र महाराज आपके एकादश भाव में जाएंगे जिससे परिस्थितियों में अच्छा बदलाव देखने को मिलेगा और आपके वरिष्ठ अधिकारी आपके काम से संतुष्ट दिखेंगे। वह आपको हर संभव मदद देंगे जिससे आप अपने काम को और भी बेहतर तरीके से कर सकें। इससे आपकी उत्पादक क्षमता बढ़ेगी और आपकी गुणवत्ता में भी सुधार होगा। आपके काम की गुणवत्ता बढ़ने से न केवल आपके संस्थान को लाभ होगा बल्कि आपको भी महीने के उत्तरार्ध में कोई अच्छी उपलब्धि प्राप्त हो सकती है। व्यापार करने वाले जातकों के लिए महीने की शुरुआत कमजोर है। सप्तम भाव में मंगल महाराज विराजमान रहेंगे और सप्तम भाव के स्वामी बुध महाराज अष्टम भाव में विराजमान रहेंगे जिससे आपके व्यावसायिक साझेदार से संबंध बिगड़ सकते हैं और इसका नकारात्मक असर आपके व्यापार को प्रभावित कर सकता है इसलिए आपको सावधानी पूर्वक अपने व्यापार पर ध्यान देना चाहिए। लेकिन 4 सितंबर से बुध महाराज आपके नवम भाव में जाएंगे जिससे व्यवसाय से संबंधित अनेक लोगों से मिलना जुलना होगा। नए संपर्क स्थापित होंगे। व्यवसाय से संबंधित यात्राएं में भी होंगी और उनसे आपको अच्छे परिणाम मिलने शुरू हो जाएंगे। फिर भी आपको अपने साथ काम करने वाले लोगों से अच्छा व्यवहार करने पर ध्यान देना चाहिए और उनमें से कोई उग्रता दिखाए तो शांति और धैर्य से कम लेकर ही समय व्यतीत करना ठीक होगा।

प्रेम / विवाह / व्यक्तिगत संबंध: यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं तो आपके लिए महीना बहुत महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। पंचम भाव के स्वामी मंगल महाराज पूरे महीने आपके सप्तम भाव में विराजमान रहेंगे इसलिए आप अपने प्यार को पाने के लिए सब कुछ करने को तैयार रहेंगे। आप उनसे अपनी शादी का प्रस्ताव भी रख सकते हैं और उनसे हर कीमत पर शादी करना चाहेंगे इसको लेकर आपको कुछ विरोध का सामना भी करना पड़ेगा। लेकिन आप किसी भी समस्या को बड़ा नहीं मानेंगे और डटे रहेंगे। वक्री शनिदेव की दृष्टि भी आपके पंचम भाव पर रहेगी जो बीच-बीच में आपकी प्रियतम को भी दुखी कर सकती है। लेकिन 18 सितंबर से शुक्र तुला राशि में बैठकर पंचम भाव पर पूर्ण दृष्टि डालेंगे तो यह समय आपके रिश्ते को प्रेम और जुड़ाव से भर देगा। आप एक दूसरे से अटूट प्रेम महसूस करेंगे और अपने रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए मजबूती से अपना पक्ष रखेंगे जिसमें आपको सफलता मिल सकती है। विवाहित जातकों के लिए यह महीना शुरुआत में कुछ तनाव बढ़ने वाला हो सकता है। सप्तम भाव में मिथुन राशि में मंगल की उपस्थिति पारिवारिक जीवन में तनाव और टकराव बढ़ा सकती है। जीवनसाथी का रवैया आपको पसंद नहीं आएगा और आप दोनों के बीच लड़ाई झगड़ा हो सकती हैं। सप्तम भाव के स्वामी बुध महाराज भी अष्टम भाव में विराजमान रहेंगे जो आपको परेशानी दे सकते हैं। लेकिन 4 सितंबर से बुध सिंह राशि में आ जाएंगे तब आप अपने जीवनसाथी के साथ लंबी यात्राओं पर जाएंगे। यात्राएं अच्छी होगी इसे आपको अच्छा समय मिलेगा और एक दूसरे को समझने और एक दूसरे की समस्याओं को दूर करने में मदद मिलेगी लेकिन कुछ समय के लिए फिर से तनाव बढ़ सकता है क्योंकि यहां पर बैठे सूर्य पर शनि की पूर्ण दृष्टि होगी। 23 सितंबर से बुध कन्या राशि में दशम भाव में प्रवेश कर जाएंगे तब स्थितियों में अच्छा सुधार देखने को मिलेगा लेकिन इस पूरे ही महीने मंगल का प्रभाव सप्तम भाव और महीने के उत्तरार्ध में सप्तमेश बुध पर रहने के कारण मुंह जुबानी जंग जैसी स्थिति बनी रहेगी इसलिए सावधानी से बातचीत करना आपके रिश्ते को संभाल सकता है।

सलाह: प्रतिदिन अपने राशि स्वामी देव गुरु बृहस्पति के बीज मंत्र का जाप अवश्य करें। बृहस्पतिवार के दिन ब्राह्मण अथवा विद्यार्थी को पाठ्य सामग्री भेंट करें। बृहस्पतिवार के दिन केला वृक्ष और पीपल वृक्ष को जल चढ़ाएं लेकिन पीपल वृक्ष को स्पर्श न करें। भगवान श्री हरि विष्णु जी और माता महालक्ष्मी की उपासना करें अथवा सियारामचंद्र जी की उपासना करना भी आपके लिए लाभदायक रहेगा।

सामान्य: यह महीना धनु राशि का जातकों के लिए मिश्रित परिणाम लेकर आने वाला है। महीने की शुरुआत में आपको अपने कार्यक्षेत्र में ध्यान देना होगा। व्यर्थ की गप्पेबाजी करना और लोगों से जरूर से ज्यादा बातचीत करना आपको मुसीबत में डाल सकता है। आपका फोकस काम पर न होने की वजह से आपको कार्यक्षेत्र में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। व्यापार करने वाले जातकों को उग्रता से बचना चाहिए और अपने व्यावसायिक साझेदार से अच्छे संबंध बनाए रखना चाहिए नहीं तो आप दोनों के बीच कहासुनी से व्यापार पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। महीने की शुरुआत व्यावसायिक संबंधों में परेशानी लाएगी। लेकिन 4 सितंबर से जब बुध का गोचर सिंह राशि में आपके नवम भाव में होगा तब से स्थितियों में बदलाव आना शुरू हो जाएगा। यह महीने के अंत तक जारी रहेगा और व्यापार में उत्तम लाभ के योग बनेंगे। प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। आप अपने रिश्ते को आगे बढ़ाने में तत्पर रहेंगे। विवाहित जातकों को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। आपसी टकराव संभव है। इससे जितना संभव हो सके बचने की कोशिश करें। विद्यार्थी वर्ग के लिए महीना अनुकूल रह सकता है और आपको अपने शिक्षा में कुछ कर दिखाने का मौका मिलेगा। पारिवारिक जीवन में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहने की संभावना है। आपकी यात्राएं भी इस महीने काफी होने वाली है। स्वास्थ्य पर ध्यान देना भी आवश्यक होगा। आर्थिक दृष्टिकोण से यह महीना मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। खर्च भी रहेंगे और आमदनी भी ठीक-ठाक रहने की संभावना है।

वित्त: यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए तो यह महीना मिश्रित परिणाम लेकर आने वाला है। इस महीने आपकी आमदनी और आपके खर्च दोनों ही बढ़े रहेंगे। छठे भाव में बैठे बृहस्पति महाराज आपके खर्चों को बढ़ाते रहेंगे। आपके पास किसी न किसी वजह से खर्च करने की स्थिति बनेगी। इसकी अतिरिक्त शनि महाराज भी वक्री अवस्था में तीसरे भाव में बैठकर द्वादश भाव को देखेंगे और खर्चों को बढ़ा सकते हैं। किसी के स्वास्थ्य पर भी खर्च हो सकता है। आप अपने भाई बहनों की भी आर्थिक मदद कर सकते हैं जिससे कुछ धन की आवश्यकता आपको पड़ेगी लेकिन महीने के उत्तरार्ध में 18 सितंबर से शुक्र एकादश भाव के स्वामी होकर एकादश भाव में विराजमान रहेंगे और आपकी आर्थिक स्थिति में इजाफा करना शुरू कर देंगे। इधर बुध भी 23 सितंबर से दशम भाव में होंगे और सूर्य भी महीने के पूर्वार्ध में नवम भाव में अपनी ही राशि सिंह में और उत्तरार्ध में दशम भाव में होकर आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने में पूरी सहायता करेंगे जिससे आपकी आर्थिक स्थिति सुधर जाएगी और समस्याओं में कमी आएगी। आप शेयर बाजार को लेकर बहुत ज्यादा रिस्क लेने के प्रयास में रहेंगे इसलिए कोई बड़ा दांव खेलने से पहले सौ बार सोच लेना बेहतर होगा।

पारिवारिक: यह महीना पारिवारिक तौर पर उतार-चढ़ाव से भरा रहने वाला है। दूसरे भाव के स्वामी शनि महाराज पूरे महीने वक्री अवस्था में तीसरे भाव में विराजमान रहेंगे। अष्टम भाव में बैठे बुध महाराज और छठे भाव में बैठे बृहस्पति महाराज की दृष्टि दूसरे भाव पर होगी जिससे स्थितियां धीरे-धीरे ठीक-ठाक भी रहेंगे। परिवार के लोग एक दूसरे को लेकर कुछ छींटाकशी कर सकते हैं। विशेष रूप से सप्तम भाव में बैठे मंगल महाराज की दृष्टि दूसरे भाव पर होने के कारण घर में कुछ गर्मागर्मी हो सकती है लेकिन परिस्थितियों को संभालने के लिए आपको प्रयास करने होंगे। चौथे भाव में राहु की उपस्थिति और दशम भाव में शुक्र और केतु का प्रभाव तथा मंगल और बृहस्पति की दशम भाव पर दृष्टि पारिवारिक जीवन में कुछ तनाव बढ़ा सकती है। माता-पिता का स्वास्थ्य भी पीड़ित हो सकता है। महीने के उत्तरार्ध में शुक्र एकादश भाव में जाएंगे तो सूर्य और बुध आपके दशम भाव में बैठेंगे जिससे पिताजी को स्वास्थ्य में लाभ होगा। घर में अच्छी स्थितियां बनेगी, कोई नई संपत्ति खरीद की योजना भी बन सकती है। घर की आमदनी में बढ़ोतरी होगी और पिताजी अपनी समझदारी से परिवार का सही मार्गदर्शन करेंगे। फिर हल्की-फुल्की समस्याओं को छोड़कर कोई बड़ी समस्या नहीं दिखेगी और आप राहत की सांस लेंगे। भाइयों को उनके कार्यक्षेत्र में कठिन मेहनत करनी होगी लेकिन यह इस समय आवश्यक भी होगा। महीने की शुरुआत में आपसे उनके संबंध कुछ रूखे हो सकते हैं लेकिन महीने का उत्तरार्ध आते-आते उनमें फिर से नमी आ जाएगी और आप एक दूसरे से प्रेम महसूस करेंगे जो आपके परिवार को जोड़े रखेगा।