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Kumbha Masik Rashifal in Hindi - Kumbha Horoscope in Hindi - कुम्भ मासिक राशिफल

Aquarius Rashifal

स्वास्थ्य: यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से औसत रहने की प्रबल संभावना है। आपकी राशि में पूरे महीने राहु महाराज और सप्तम भाव में पूरे महीने केतु महाराज विराजमान रहेंगे। आपकी राशि के स्वामी शनि महाराज पूरे महीने दूसरे भाव में विराजमान रहेंगे और उनकी दृष्टि आपके चतुर्थ भाव, सप्तम भाव और एकादश भाव पर रहेगी। महीने की शुरुआत में मंगल महाराज छठे भाव में अपनी नीच राशि कर्क में रहेंगे। जून मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, 22 तारीख से बुध महाराज छठे भाव में आ जाएंगे और उससे पूर्व 7 तारीख को मंगल केतु के साथ सप्तम भाव में आकर मंगल केतु अंगारक योग बनाएंगे। इन सभी ग्रह स्थितियों और ग्रह चाल को ध्यान में रखते हुए यह कहा जा सकता है कि इस महीने आपको स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के प्रति सावधानी बरतने की आवश्यकता पड़ेगी। आपको रक्त से जुड़ी समस्याएं, अनियमित रक्तचाप, रक्त असंतुलन, रक्त में अशुद्धि होना, किसी प्रकार का रक्त संक्रमण, चोट, घाव होना, फोड़े, फुंसी, आदि की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। आपको अपने भोजन पर भी ध्यान देना होगा और अपनी दिनचर्या को उत्तम बनाने के लिए लगातार प्रयास करने होंगे। आप पेट से जुड़ी किसी समस्या का शिकार भी हो सकते हैं इसलिए पूरे महीने अपने स्वास्थ्य पर नजर बनाए रखें और आवश्यक होने पर किसी चिकित्सक से संपर्क अवश्य करें।

कैरियर: करियर के दृष्टिकोण से, यह महीना अनुकूल रहने की संभावना है। दशम भाव के स्वामी मंगल महाराज महीने की शुरुआत में अपनी नीच राशि कर्क में छठे भाव में विराजमान रहेंगे जो आपसे बहुत मेहनत कराएंगे, लेकिन आप भी मेहनत से पीछे नहीं हटेंगे और अपनी मेहनत से अपना अलग मुकाम बनाएंगे। सूर्य और बुध चतुर्थ भाव में बैठकर दशम भाव को देखेंगे जिससे कार्यक्षेत्र में आप अपनी बुद्धिमानी और अपनी चतुराई का प्रयोग करेंगे और अपने कार्यक्षेत्र में अपनी धाक जमाने में कामयाब रहेंगे। 7 तारीख से मंगल महाराज सप्तम भाव में केतु के साथ विराजमान होकर मंगल केतु अंगारक योग बनाएंगे। इस दौरान आप मेहनत भी बहुत करेंगे और अपने प्रयासों को भी सही दिशा में आगे बढ़ाएंगे। लेकिन, कभी-कभी कार्यक्षेत्र से संबंधित कुछ बातों पर आपके वाद-विवाद या झगड़े की स्थिति बन सकती है इसलिए आपको इनसे बचने की कोशिश करनी होगी। सप्तम भाव के स्वामी सूर्य महाराज महीने की शुरुआत में चतुर्थ भाव में बुध के साथ विराजमान रहेंगे जिससे व्यापार में उतार-चढ़ाव की स्थितियां रह सकती हैं। उसके बाद, 15 तारीख से सूर्य का गोचर आपके पंचम भाव में होगा, जहां पर बृहस्पति महाराज भी विराजमान होंगे और बुध महाराज भी वहीं पर उपस्थित होंगे जिससे व्यापार को नई दिशा स्थिति मिल सकती है और इससे व्यापार में उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे।

प्रेम / विवाह / व्यक्तिगत संबंध: यदि प्रेम संबंधों की बात की जाए, तो उसके लिए यह महीना अनुकूल रहने की अच्छी संभावना है। महीने के अधिकांश भाग में शुक्र महाराज तीसरे भाव में विराजमान रहेंगे जिससे आप अपने किसी मित्र के प्रति आकर्षित हो सकते हैं और इससे उनके प्रति आपके मन में प्रेम की भावना का अंकुर फूट सकता है। पंचम भाव में पूरे महीने बृहस्पति महाराज विराजमान रहेंगे जो आपके प्रेम और धैर्य को मजबूत बनाएंगे। पंचमेश बुध महीने की शुरुआत में सूर्य देव के साथ चौथे भाव में होंगे और 6 तारीख से ही आपके पंचम भाव में आकर बैठ जाएंगे। इससे आप और आपके प्रियतम के बीच प्रेम मजबूत होगा। 22 तारीख को बुध महाराज छठे भाव में चले जाएंगे, तब प्रेम में विस्तार होगा और आप अपने प्रियतम के साथ कहीं दूर यात्राओं पर जा सकते हैं। विवाहित जातकों के लिए यह महीना उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा और आपको बहुत सावधानी रखनी होगी क्योंकि पूरे महीने केतु महाराज सप्तम भाव में विराजमान रहेंगे। सप्तम भाव के स्वामी सूर्य महाराज महीने की शुरुआत में चतुर्थ भाव में और 15 तारीख से पंचम भाव में आ जाएंगे जिससे रिश्ते में प्यार तो रहेगा। लेकिन, 7 तारीख से मंगल के भी केतु के साथ सप्तम भाव में आकर मंगल केतु अंगारक योग के बनाने से जीवनसाथी को स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। आप और आपके जीवनसाथी के मध्य तनाव, टकराव और लड़ाई-झगड़े की स्थितियां बन सकती हैं। यह समय रिश्ते के लिए खराब रह सकता है इसलिए आपको सावधानी रखनी होगी। अपना और जीवनसाथी के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना होगा, तभी आप अपने उत्तम वैवाहिक जीवन का लुत्फ उठा पाएंगे।

सलाह: आपको शनिवार के दिन श्री शनि देव जी के बीज मंत्र का जाप करना चाहिए और पीपल वृक्ष को जल अर्पित करना चाहिए। आपको कुछ समय के लिए पीपल वृक्ष की छाया में बैठना चाहिए और संभव हो, तो ध्यान लगाना चाहिए। बुधवार के दिन सायंकाल के समय काले तिलों का दान करें। मंगलवार के दिन गुड़ और चने का प्रसाद बांटें।

सामान्य: जून मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, कुंभ राशि में जन्मे जातकों के लिए यह महीना उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। आपकी राशि में पूरे महीने राहु महाराज और सप्तम भाव में केतु महाराज विराजमान रहेंगे जिससे आपकी निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होगी। आप तीव्रता से निर्णय लेने की कोशिश करेंगे जो कई बार ऐसे हो जाएंगे जो लोगों को समझ में नहीं आएंगे। लेकिन, पंचम भाव में पूरे महीने बृहस्पति महाराज विराजमान रहकर आपके प्रथम भाव पर दृष्टि डालेंगे जिससे इन समस्याओं में कमी आएगी और आपको अनुभवी व्यक्तियों का सहयोग मिलेगा। 9 जून से बृहस्पति के अस्त हो जाने से कुछ फर्क पड़ेगा। आर्थिक रूप से यह महीना अनुकूल रहने की संभावना है। करियर के मामले में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं फिर भी आप अपनी समझदारी से नौकरी में अपनी स्थिति को मजबूत बना पाएंगे। व्यापार में उतार-चढ़ाव बने रहने की संभावना है, लेकिन पूर्व में किए गए योजनाओं में निवेश से आपको लाभ मिल सकता है। विद्यार्थियों के लिए यह महीना अनुकूल है। आपको सफलता मिलने के योग बनेंगे। पारिवारिक जीवन में उतार-चढ़ाव की स्थितियों के बावजूद आपको अपने लोगों का प्रेम और स्नेह प्राप्त होता रहेगा। प्रेम संबंधों के लिए अनुकूल समय रहेगा और प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। वैवाहिक संबंधों में तनाव बढ़ने के योग बनेंगे। केतु के सप्तम भाव में रहने से जीवनसाथी के साथ समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। छोटी-छोटी यात्राएं मित्रों और सहकर्मियों के साथ होने की संभावना है जिससे आपको खुशी मिलेगी और आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव की स्थितियां बनी रहेंगी, इन पर आपको ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी। जो लोग विदेश गए हुए हैं, उनके वापस लौट के आने के योग बन सकते हैं जिससे उनके घर वालों को खुशी होगी। विदेशी माध्यमों से धन लाभ होने के अच्छे योग बन सकते हैं।

वित्त: यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए, तो आपके लिए यह महीना आर्थिक तौर पर ठीक-ठाक रहने की अच्छी संभावना दिख रही है। दूसरे भाव के स्वामी बृहस्पति महाराज पूरे महीने पंचम भाव में विराजमान रहेंगे और वहां से आपके नवम भाव, एकादश भाव और प्रथम भाव को देखेंगे जिससे आपकी आमदनी में लगातार बढ़ोतरी होने के योग बनेंगे। 9 तारीख से वह भले ही अस्त अवस्था में आ जाएं, फिर भी अपना प्रभाव तो देते ही रहेंगे। महीने के मध्य में सूर्य और बुध के भी पंचम भाव में बृहस्पति के साथ आने से एकादश भाव पर तीन ग्रहों का प्रभाव रहेगा जिससे आपकी आमदनी में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। एक से ज्यादा माध्यमों के द्वारा आपको धन प्राप्ति के सुंदर योग बनेंगे और इससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती चली जाएगी। आप सरकारी क्षेत्र और अन्य कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में, शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं जिससे आपको अच्छा धन प्राप्त होने के योग बनेंगे। महीने के उत्तरार्ध में व्यापार से भी उत्तम धन लाभ होने की स्थितियां बन सकती हैं। शनि महाराज जो आपके प्रथम भाव और द्वादश भाव के स्वामी हैं, वह आपके दूसरे भाव में विराजमान रहकर विदेशी माध्यमों से भी धन प्राप्ति कराने में आपकी मदद करेंगे और इससे आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। महीने की शुरुआत के प्रथम सप्ताह और महीने के अंतिम सप्ताह के दौरान कुछ खर्च बढ़ सकते हैं, लेकिन आपकी आमदनी अच्छी रहने से आप उनका सामना आसानी से कर पाएंगे।

पारिवारिक: जून मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना पारिवारिक जीवन के लिए औसत रहने की संभावना है, परंतु अधिकतर अच्छे परिणाम मिलने के योग बनेंगे। चतुर्थ भाव में महीने की शुरुआत में सूर्य और बुध का बुधादित्य योग परिवार में खुशहाली लेकर आएगा। आपकी माताजी और पिताजी के सानिध्य और उनके मार्गदर्शन में परिवार उन्नति करेगा। आपकी माता जी की बुद्धिमानी परिवार में कुछ अच्छे कार्यों में मददगार बनेगी। शनिदेव की दृष्टि दूसरे भाव से चतुर्थ भाव पर रहने के कारण बीच-बीच में कुछ तनाव या अहम के टकराव की स्थितियां भी बनेंगी, लेकिन वह भी धीरे-धीरे दूर हो जाएंगी। दूसरे भाव के स्वामी बृहस्पति महाराज पूरे महीने पंचम भाव में विराजमान रहेंगे जिससे घर में कोई खुशखबरी आ सकती है। कोई उत्तम समाचार मिलने से घर में खुशी का माहौल रहेगा और परिवार के लोग मिलकर कोई शुभ कार्यक्रम भी आयोजित कर सकते हैं। चौथे भाव के स्वामी शुक्र महाराज लगभग पूरे महीने 29 तारीख तक तीसरे भाव में रहेंगे और उसके बाद चौथे भाव में प्रवेश करेंगे जिससे भाई-बहनों को सुख की प्राप्ति होगी। उनसे आपके संबंध मधुर बनेंगे और वे आपके साथ में अच्छा जीवन व्यतीत करेंगे। परिवार में सुख और शांति का माहौल रहेगा। घर में कुछ नई वस्तुएं खरीदने के योग बनेंगे जिससे घर की खुशहाली बढ़ेगी और घर में नई-नई ख़ुशियाँ आएंगी।