सिंह वार्षिक राशिफल 2026: सिंह राशि बारह राशियों में पांचवीं राशि है। इसका स्थान भूमध्य रेखा के लगभग 20 डिग्री उत्तर तक माना जाता है। इस राशि में मघा, पूर्वाफाल्गुनी और उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र का पहला चरण आता है। रात के समय आकाश में इस राशि के तारे मिलकर एक शेर जैसी आकृति बनाते हैं। सिंह राशि के समय में सूर्य की स्थिति फसलों को पकने में मदद करती है, जिससे किसानों को अच्छा लाभ मिलता है।
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इस राशि में जन्मे लोग आज़ादी को बहुत महत्व देते हैं और अक्सर परिवार में नेतृत्व की भूमिका निभाते हैं। इनके स्वभाव में शक्ति के प्रति एक खास आकर्षण होता है। ऐसे लोग उदार, आत्मविश्वासी होते हैं और किसी भी तरह का भोजन कर सकते है। ये लोग सरकारी नौकरी, प्रशासनिक पदों या राजनीति में जाने की ओर स्वाभाविक रूप से झुकाव रखते हैं। सिंह राशि के जातक विद्वान और भाषा में निपुण होते हैं। इस राशि का संबंध रक्षा से जुड़ी जिम्मेदारियों और भव्य मनोरंजन के आयोजन से भी है। ये लोग अक्सर अधिकार जताने वाले, प्रशंसा पसंद करने वाले और नाम व शोहरत पाने की प्रबल इच्छा रखने वाले होते हैं। सिंह एक साहसी और स्वतंत्र राशि है, जो बुद्धि, तर्क और लोकप्रियता में ऊंचाइयां हासिल कर सकती है और इसे अक्सर उच्च वर्ग से जोड़ा जाता है।
सिंह राशि में जन्मे अधिकतर लोग मजबूत कद-काठी वाले होते हैं। इनके स्वभाव में ताकत, निडरता, वीरता और आत्मविश्वास साफ झलकता है। शारीरिक रूप से इनके पेट का आकार छोटा होता है लेकिन पाचन शक्ति बहुत तेज होती है, जिस कारण ये भूख-प्यास ज्यादा देर सहन नहीं कर पाते। ये लोग अक्सर जंगल और पर्यावरण संरक्षण, पशु कल्याण, लेखन, क्लेरिकल काम, प्रशासन, भाषा विज्ञान, अध्यापन, कला, नाटक, प्रबंधन, सेना, मंत्रालय, वास्तुकला और गृह सज्जा जैसे क्षेत्रों में पाए जाते हैं। हालांकि, सरकारी सेवा को ये खास महत्व देते हैं। सिंह राशि के लोग अपने विचारों में दृढ़ और जिद्दी होते हैं।
ये लोग जल्दी गुस्सा कर जाते हैं, लेकिन साथ ही माफ करने की क्षमता भी रखते हैं और दूसरों को प्रेरित करने वाले होते हैं। राजनीति और सामाजिक व्यवस्था से इनका गहरा जुड़ाव होता है और प्रशासनिक अधिकार संभालने की क्षमता रखते हैं। ज्यादातर लोग राजनीति, प्रबंधन या स्वतंत्र जीवन जीने वाले कार्यक्षेत्रों में जाना पसंद करते हैं। इन्हें पुश्तैनी संपत्ति या सरकारी नौकरी से आर्थिक सहयोग मिलता है। ये बेहतरीन वक्ता होते हैं और काम को अधिकारपूर्वक अंजाम देते हैं। इनके सोचने का नजरिया दार्शनिक होता है और व्यक्तित्व में रौब व शान झलकती है। स्वभाव से उदार होते हुए भी ये शाही अंदाज़ रखते हैं और अपने विरोधियों के प्रति सख्त रुख अपनाते हैं। इनका गुस्सा लंबे समय तक बना रह सकता है। गुस्से में कभी-कभी ये अपने करीबी दोस्तों से भी नाता तोड़ सकते हैं। ये दूसरों पर पहले हमला नहीं करते, लेकिन बदले की भावना मन में रख सकते हैं। इनके स्वभाव की एक बड़ी खासियत सतर्क और संयमित रहना है।
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स्वास्थ्य के मामले में कभी-कभी इन्हें पेट की गड़बड़ी, दांत और आंखों की समस्या या बाल झड़ने जैसी परेशानी हो सकती है। साथ ही, बुखार, दस्त या शारीरिक थकान से होने वाली नसों की कमजोरी भी हो सकती है। इसलिए इन्हें उत्तेजक पदार्थों से दूर रहना चाहिए, अत्यधिक उत्तेजना में काम नहीं करना चाहिए और न ही बहुत कठिन शारीरिक मेहनत करनी चाहिए।
सूर्य इस राशि के स्वामी हैं, इसलिए इनकी महत्वाकांक्षा और अधिकार पाने की इच्छा प्रबल रहती है। ये चाहते हैं कि हर काम उनके नियंत्रण में हो। बुद्धिमान और आर्थिक रूप से स्थिर होने के कारण ये बेहतरीन मैनेजर साबित होते हैं और नई तकनीकों को जल्दी अपनाते हैं। ये चिकित्सा, रसायन, प्रशासन, सचिवीय कार्य, लेखन, संपादन शिक्षा और अध्यापन जैसे क्षेत्रों में भी सफल होते हैं। सबसे बढ़कर, सिंह राशि के लोग अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को बहुत गंभीरता से निभाते हैं।
इस वर्ष के मुख्य ग्रहों की स्थिति पर नज़र डालें तो शनि पूरे साल आपके आठवें भाव में मीन राशि में रहेगा। बृहस्पति साल की शुरुआत में मिथुन राशि यानी आपके ग्यारहवें भाव में रहेंगे और 02 जून तक यहीं रहेंगे। 02 जून से 31 अक्टूबर तक बृहस्पति कर्क राशि में, यानी आपके बारहवें भाव में प्रवेश करेंगे। इसके बाद 31 अक्टूबर से साल के अंत तक बृहस्पति आपकी अपनी राशि सिंह, यानी पहले भाव में गोचर करेंगे। राहु पूरे साल का अधिकांश समय कुंभ राशि में, यानी आपके सातवें भाव में रहेगा और 05 दिसंबर को आपके छठे भाव में चला जाएगा।
इसी तरह केतु साल की शुरुआत में आपकी राशि सिंह में यानी पहले भाव में रहेगा और 05 दिसंबर को बारहवें भाव में प्रवेश करेगा। साल के पहले हिस्से में, यानी 2 जून तक, गुरु अपनी सप्तम दृष्टि से आपके पंचम भाव (धनु राशि) को देखेंगे। साथ ही, शनि भी अपनी दसवीं दृष्टि से इसी पांचवें भाव पर दृष्टि डालेंगे। इस तरह आपके पांचवें भाव पर डबल ट्रांजिट एक्टिवेशन बनेगा। इसके बाद 31 अक्टूबर से साल के अंत तक बृहस्पति सिंह राशि में अपनी पांचवीं दृष्टि के द्वारा फिर से आपके पांचवें भाव को देखेंगे। इस तरह बार-बार पांचवे भाव का सक्रिय होना आपके लिए खासतौर पर पढ़ाई और शिक्षा के मामले में शुभ रहेगा।
इस समय सिंह राशि के छात्र के लिए पढ़ाई में प्रगति के अच्छे अवसर बनेंगे। विवाहित लोगों के लिए रिश्ते में प्यार और आपसी समझ बढ़ेगी और अविवाहित लोगों को कोई खास व्यक्ति मिल सकता है। जो महिलाएं संतान सुख की योजना बना रही हैं, उनके लिए भी यह समय शुभ संकेत ला सकता है। छले साल की तरह, इस साल के पहले हिस्से में भी 2 जून तक गुरु आपके ग्यारहवें भाव में रहेंगे। ग्यारहवां भाव आपके सामाजिक दायरे, दोस्तों, आय, लाभ और निवेश से जुड़ा होता है। गुरु आपके लिए एक महत्वपूर्ण ग्रह है, क्योंकि यह आपके पंचम और अष्टम भाव का स्वामी है।
जब गुरु ग्यारहवें भाव में गोचर करता है, तो यह आपके सामाजिक संपर्क बढ़ाता है, आर्थिक स्थिति मजबूत करता है और रिश्तों में समझदारी लाता है। इस समय आपको यह भी समझ आ सकता है कि आपके सच्चे दोस्त कौन हैं और किनसे दूरी बनाए रखना बेहतर है। आर्थिक दृष्टि से यह समय लाभकारी है, खासकर उन निवेशों के लिए जो आपने पहले किए हैं। यदि आपका प्रमोशन अटका हुआ है, तो इस समय उसकी संभावना बढ़ेगी और वेतन में भी वृद्धि हो सकती है।
इस समय आपको अपने सामाजिक दायरे और दोस्तों से अच्छा सहयोग, मार्गदर्शन और हौसला मिलेगा। यह समय आपके लिए नेटवर्क को बढ़ाने और आय के कई स्रोत तलाशने के लिए बेहतरीन है। इस दौरान गुरु, जो आपके पंचम भाव के स्वामी हैं, ग्यारहवें भाव में रहेंगे और अपनी ही राशि पर दृष्टि डालेंगे, जिससे एक राज योग बन रहा है। इसका मतलब है कि आपकी शिक्षा या कोई नई सीख आपको धन अर्जित करने में मदद करेगी। साथ ही, आठवें भाव के स्वामी का ग्यारहवें भाव आना और शनि का पहले से आठवें भाव में होना यह संकेत देता है कि आप लंबे समय वाले प्रोजेक्टस या किसी ट्रेनिंग में निवेश कर सकते हैं।
लेकिन आठवें भाव में अनिश्चितताओं का भी प्रतिनिधित्व करता है इसलिए आर्थिक निवेश में सावधानी बरतना जरूरी है। कुल मिलाकर बृहस्पति का ग्यारहवें भाव में गोचर आपके कई पुराने सपनों को पूरा कर सकता है। बृहस्पति अपनी पांचवें दृष्टि से आपके तीसरे भाव को देखेंगे, जो छोटे भाई-बहन , पड़ोसी, छोटी यात्राओं और संचार से जुड़ा होता है। इस वजह से इन क्षेत्रों में खुशी, प्रगति और सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं। बृहस्पति अपनी सातवीं दृष्टि से आपके पांचवें भाव को प्रभावित करेंगे। यदि आप एक युवा दंपति हैं और संतान सुख की योजना बना रहे हैं, तो इस समय किसी भी अड़चन के दूर होने की संभावना है।
इसके अलावा, बृहस्पति अपनी नौवीं दृष्टि से आपके सातवें भाव को देखेंगे, जिससे विवाह के योग भी बन सकते हैं। हालांकि, राहु का सातवें भाव में होना यह संकेत देता है कि विवाह पारंपरिक ढर्रे से हटकर हो सकता है, जैसे अंतरजातीय या अंतरराष्ट्रीय विवाह। लेकिन इसके लिए आपके जन्म कुंडली में भी ऐसे योग का होना जरूरी है। पिछले साल की तरह इस साल भी 02 जून तक बृहस्पति आपके ग्यारहवें भाव में रहेंगे। ग्यारहवां भाव आपके मित्रों, सामाजिक नेटवर्क, आय, लाभ और निवेश का भाव है। बृहस्पति आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण ग्रह है क्योंकि .यह आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। जब गुरु ग्यारहवें भाव में होते हैं, तो यह आपके सामाजिक दायरे को बढ़ाता है, लेकिन साथ ही यह आपको यह समझाने में भी मदद करता है कि आपके सच्चे मित्र कौन हैं और किनसे दूरी बनाए रखना बेहतर होगा।
आर्थिक दृष्टि से, पहले किए गए निवेश से आपको अच्छा लाभ मिल सकता है। अगर आपका प्रमोशन रुका हुआ है, तो इस साल इसके पूरे होने और वेतन वृद्धि मिलने के योग हैं। इस समय आपके नेटवर्क और दोस्त आपके पक्ष में रहेंगे, आपका समर्थन करेंगे और आपको सही दिशा दिखाएंगे। यह समय आपके लिए पेशेवर संपर्क बढ़ाने और आय के नए स्रोत खोजने के लिए आदर्श है। बृहस्पति, पांचवें भाव के स्वामी होकर ग्यारहवें भाव में स्थित हैं और अपनी ही राशि पर दृष्टि डाल रहे हैं, जिससे राजयोग बन रहा है। इसका अर्थ है कि आपकी शिक्षा या कोई नया कौल आपको धन कमाने में मदद करेगा।
आठवें भाव के स्वामी का ग्यारहवें भाव में होना और शनि का आठवें भाव में पहले से होना दर्शाता है कि आप किसी लंबे समय वाले प्रोजेक्ट या सीखने के काम में धन निवेश कर सकते हैं, लेकिन चूंकि आठवें भाव में अनिश्चितताओं का भाव है इसलिए निवेश में सावधानी जरूरी है। बृहस्पति की पांचवीं दृष्टि आपके तीसरे भाव पर पड़ेगी, जो छोटे भाई-बहनों, पड़ोसियों, छोटी यात्राओं और संचार से जुड़ा है। इन क्षेत्रों में खुशी, प्रगति और सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। बृहस्पति की सातवीं दृष्टि आपके पांचवें भाव पर पड़ेगी, जिससे अगर आप युवा दंपत्ति हैं और संतान सुख की योजना बना रहे हैं, तो किसी भी रुकावट के दूर होने की संभावना है।
बृहस्पति की नवम दृष्टि आपके सप्तम भाव (विवाह का भाव) पर पड़ेगी, जिससे शादी के योग बनेंगे। लेकिन राहु का सप्तम भाव में होना यह संकेत देता है कि विवाह पारंपरिक तरीकों से हटकर हो सकता है, जैसे अंतरजातीय या विदेशी शादी। हालांकि, इसके लिए आपकी जन्म कुंडली में भी ऐसे योग का होना आवश्यक है।
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02 जून के बाद बृहस्पति आपके बारहवें भाव में प्रवेश करेंगे। यह समय आपके जीवन में गहरे परिवर्तन लेकर आएगा। आठवें भाव के स्वामी का बारहवें भाव में होना विपरीत राज योग बनाता है, जो कठिन परिस्थितियों से भी सकारात्मक परिणाम देने की क्षमता रखता है। बारहवां भाव एकांत, खर्च, विदेश यात्रा, विदेश में बसना और आध्यात्मिक प्रगति से जुड़ा होता है। इस दौरान आपके खर्च बढ़ेंगे, लेकिन वे अधिकतर शुभ कारणों के लिए होंगे, जैसे संपत्ति खरीदना, संतान सुख, विवाह, तीर्थ यात्रा या लंबी दूरी की यात्राएं।
गुरु की पांचवीं दृष्टि आपके घर-परिवार को आशीर्वाद देगी। सेवा, स्वास्थ्य या प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़े लोगों को गुरु की सातवीं दृष्टि से लाभ मिलेगा। वहीं, शोध, गहन अध्ययन या गूढ़ विद्या से जुड़े लोगों के लिए गुरु की नवम दृष्टि (अष्टम भाव पर) अत्यंत शुभ है।
शनि आपके आठवें भाव में मीन राशि में रहेगा। यह समय आपके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में गहरे बदलाव का संकेत है। शोध, गुप्त सेवाएं, अन्वेषण या गूढ़ विज्ञान से जुड़े लोगों के लिए यह समय विशेष फलदायी रहेगा। शनि आपको ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने और छिपे ज्ञान को उजागर करने में मदद करेगा। लेकिन लोगों के लिए यह विशेष फलदायी रहेगा। शनि आपको ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने और छिपे ज्ञान को उजागर करने में मदद करेगा। लेकिन, जो जातक अपने रिश्तों में ईमानदार नहीं हैं, उनके लिए यह समय कठिन साबित हो सकता है।
कोई भी छुपा हुआ संबंध सामने आ सकता है, जिससे आपकी छवि को नुकसान हो सकता है। ऐसे में ईमानदारी और नैतिकता बनाए रखना अनिवार्य है। शनि की तीसरी दृष्टि आपके दसवें भाव पर होगी, जिससे आपका कार्य के प्रति अनुशासन और सफलता की चाह बढ़ेगी। सातवीं दृष्टि दूसरे भाव पर होने से धीरे-धीरे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और बचत बढ़ेगी, लेकिन इस समय आपकी वाणी गंभीर और सोच समझकर बोलने वाली हो सकती है।
दसवीं दृष्टि पांचवें भाव पर होगी, जिससे प्रेम संबंधों में चुनौतियां आ सकती हैं। हालांकि, मेहनती और केंद्रित छात्र अच्छा प्रदर्शन करेंगे, जबकि लापरवाह छात्रों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
केतु के लग्न में और राहु के सप्तम भाव में रहने से आप खुद को पीछे छोड़कर दूसरों पर, खासकर अपने जीवनसाथी या बिज़नेस पार्टनर पर, अत्यधिक केंद्रित कर सकते हैं। यह अति-निर्भरता आपके आत्मविश्वास और सेहत पर असर डाल सकती है। इसलिए अपने साथी को व्यक्तिगत स्पेस दें और अपनी देखभाल भी करें। यह समय धैर्य अनुशासन और नैतिक मूल्यों के साथ जीवन जीने का है। यदि आप इन गुणों को अपनाते हैं, तो 2026 का यह दूसरा चरण आपको स्थिरता, आर्थिक वृद्धि और गहरे आत्मिक अनुभव प्रदान कर सकता है।
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सिंह वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, यह साल आपके करियर के लिए शुभ रहेगा, खासतौर पर उन लोगों के लिए जो अपने-अपने क्षेत्रों में नेतृत्व की भूमिका निभा रहे हैं, जैसे कि राजनेता, डॉक्टर या एमएनसी में कार्यरत लोग। फिर भी शनि की तीसरी दृष्टि आपके दसवें भाव पर होने के कारण आपके तरक्की और स्थिरता बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत और लगातार प्रयास करते रहना होगा। साल के पहले भाग में गुरु आपके लाभ भाव में रहेंगे, जिससे आपको प्रमोशन, वेतन वृद्धि और अन्य लाभ मिलने की पूरी संभावना है। इसलिए सलाह दी जाती है कि अपने सहकर्मियों के साथ संबंध मधुर बनाए रखें। साझेदारी के सातवें भाव में राहु की स्थिति के कारण, जो व्यापारी नई साझेदारियां करने के इच्छुक हैं, उनके लिए यह प्रक्रिया थोड़ी कठिन लेकिन लाभदायक साबित होगी।
इस वर्ष व्यापारियों को किसी भी तरह के बड़े बिजनेस रिस्क लेने से बचना चाहिए। बेहतर होगा कि आप मौजूद फंड्स को संभालने पर ध्यान दें। सिंह राशि के जातकों को जल्दबाजी में फैसले लेने से बचना चाहिए और हर कदम सोच-समझकर उठाना चाहिए। साथ ही, संवाद के स्तर को हमेशा उच्च बनाए रखना आपके लिए फायदेमंद रहेगा।
सिंह वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, इस साल आपके वित्तीय जीवन में अनुशासन और सावधानी की जरूरत रहेगी। अगर शनि आपके दूसरे भाव में स्थित है, तो बचत करना आपके लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है। खर्च करने की आदतों पर ध्यान नहीं दिया तो बचत में अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं, जिससे खर्चे बढ़ेंगे और बजट घट सकती है। लेकिन अच्छी बात यह है कि बृहस्पति आपकी ग्यारहवें भाव में रहेगा, जिससे आपके निवेश का मूल्य बढ़ेगा।
यदि इस वर्ष आपकी पदोन्नति का समय है, तो इसका लाभ आपको वेतन वृद्धि के रूप में मिल सकता है। हालांकि, 02 जून को जब बृहस्पति बारहवें भाव में प्रवेश करेंगे तब अचानक ऐसे खर्च सामने आ सकते हैं, जो आपकी आर्थिक स्थिति को असंतुलित कर सकते हैं। चूंकि बुध आपके धन के कारक ग्रह है, इसलिए सिंह राशि जातकों को विशेष रूप से बुध के वक्री और नीच स्थिति के समय अपनी आर्थिक गतिविधियों पर नज़र रखनी चाहिए।
साल के दौरान बुध कई बार वक्री होंगे, इसलिए 26 फरवरी से 21 मार्च, 29 जून से 24 जुलाई और 24 अक्टूबर से 13 नवंबर के बीच किसी भी बड़े वित्तीय निर्णय से बचना बेहतर रहेगा क्योंकि इस समय बुध कमजोर रहेगा। वहीं 07 सितंबर से 26 सितंबर तक बुध उच्च स्थिति में रहेगा, जो कि किसी भी बड़े वित्तीय फैसले या निवेश के लिए बेहद शुभ समय होगा।
सिंह राशि के जातकों, वर्ष 2026 शिक्षा और अकादमिक प्रगति के मामले में आपके लिए बहुत ही शुभ रहने वाला है। आपकी कुंडली का पंचम भाव इस साल बृहस्पति और शनि के डबल ट्रांजिट से सक्रिय रहेगा, जिससे आपको दोनों प्रमुख ग्रहों का आशीर्वाद प्राप्त होगा। इस योग के कारण आप अपने शैक्षणिक लक्ष्यों को आसानी हासिल कर सकते हैं। जो छात्र एकाग्र होकर मेहनत करेंगे, उन्हें अपने प्रयासों का सकारात्मक परिणाम मिलेगा। वहीं, जो छात्र लापरवाही करेंगे, उन्हें पढ़ाई में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। बृहस्पति की दृष्टि यह संकेत देती है कि आपको अपने गुरुजनों, शिक्षकों और मार्गदर्शकों से भरपूर सहयोग मिलेगा।
शनि का आठवें भाव में स्थित होना उन सिंह राशि के छात्रों के लिए लाभदायक रहेगा, जो उच्च शिक्षा, पीएचडी, शोध कार्य या गूढ़ विद्या में रुचि रखते हैं। कुल मिलाकर, यह वर्ष उन छात्रों के लिए बेहतरीन रहेगा जो प्रतियोगी परीक्षाओं, उच्च शिक्षा या प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर रहे हैं। आप अपने लक्ष्य तक पहुंचने में सक्षम होंगे, बस ध्यान रखें कि गलतियों से बचें, एकाग्र रहें और निरंतर मेहनत करते रहें। यदि लापरवाही हुई तो सफलता पाने के लिए आपको अतिरिक्त प्रयास करने पड़ सकते हैं।
सिंह वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, यह अवधि आपके पारिवारिक जीवन के लिए काफी शुभ रहेगी। साल की शुरुआत में ही घर का वातावरण बहुत शांतिपूर्ण और स्नेहपूर्ण रहेगा। परिवार के सदस्य एक-दूसरे के साथ सहयोग करेंगे, जिससे आपसी रिश्तों में मिठास और समझ बढ़ेगी। घर का माहौल ऐसा होगा कि हर कोई एक-दूसरे की मदद करेगा और आपस में तालमेल बना रहेगा। इस साल शनि और बृहस्पति दोनों ही गोचर कर रहे हैं और इसका प्रभाव आपके पांचवें भाव पर पड़ेगा। पांचवें भाव को संतान प्रेम, और रचनात्मकता से जोड़ा जाता है। इसका मतलब है कि इस साल आपके जीवन में संतान सुख मिलने की संभावना है, यानी यदि आप माता-पिता की सोच रहे हैं, तो यह समय अनुकूल है सकता है।
साथ ही, बच्चों से जुड़ी कोई बड़ी खुशी या उपलब्धि भी मिल सकती है। साल के दूसरे भाग में, बृहस्पति का प्रभाव आपके दूसरे भाव पर भी पड़ेगा। इसका मतलब है कि आपके घर में खुशहाली और समृद्धि बढ़ेगी। परिवार में मिठास बनी रहेगी और रिश्ते और भी मजबूत होंगे। साथ ही, आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी, जिससे घर में अधिक सुख-सुविधाएं आ सकती है।
कुल मिलाकर, यह साल आपके लिए बहुत अच्छा साबित होगा, खासतौर पर पारिवारिक और भावनात्मक मामलों में। सलाह यही है कि आप अपने मन को शांत और प्रसन्न रखें और कोशिश करें कि आपके आस-पास का माहौल भी सकारात्मक और खुशहाल बना रहे।
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सिंह राशि वाले जातकों के लिए यह वर्ष प्रेम जीवन के लिहाज से खुशखबरी लेकर आ रहा है। इस वर्ष आपके पांचवां भाव सक्रिय रहेगा क्योंकि इस पर बृहस्पति और शनि की डबल ट्रांजिट का प्रभाव पड़ेगा। पांचवां भाव प्रेम, आकर्षण और रोमांटिक रिश्तों का प्रतिनिधित्व करता है और इन ग्रहों की स्थिति यह संकेत देती है कि यदि आप लंबे समय से अकेले हैं, तो इस साल आपकी जिंदगी में कोई नया व्यक्ति आ सकता है और आप प्रेम में पड़ सकते हैं।
अगर आप पहले से किसी के लिए कुछ महसूस कर रहे हैं, लेकिन अब तक कह नहीं पाए हैं, तो मई से अक्टूबर की शुरुआत का समय आपके लिए बहुत अनुकूल है। यह समय दिल की बात कहने, प्रपोज करने या किसी रिश्ते की शुरुआत के लिए उपयुक्त रहेगा, जो लोग पहले से रिश्ते में हैं, उनके लिए यह साल और भी अच्छा रहेगा। आप अपने साथी के साथ अच्छा समय बिताएंगे और शायद रिश्ते को अगले स्तर पर ले जाने का भी विचार करेंगे, जैसे सगाई या विवाह। हालांकि, जिन लोगों के रिश्तों में ईमानदारी या समर्पण की कमी है, उनके लिए यह समय कुछ मुश्किलें ला सकता है। शनि की दसवीं दृष्टि पांचवें भाव पर पड़ रही है, जिससे प्रेम जीवन में चुनौतियां आ सकती है, जैसे गलतफहमियां, भावनात्मक दूरी या मनमुटाव।
इसलिए रिश्तों में पारदर्शिता और भरोसा बनाए रखना बहुत जरूरी होगा। वहीं शादीशुदा सिंह राशि वालों के लिए यह साल मिलाजुला रहेगा। जीवनसाथी के साथ नजदीकियां थोड़ी कम हो सकती हैं, लेकिन साथ ही आपके साझा संसाधन या संपत्ति में बढ़ोतरी होनी की संभावना भी है। कुछ बहस या तनाव की स्थिति बन सकती है, लेकिन बेहतर होगा कि बातों को शांतिपूर्वक हल करें और अनावश्यक विवादों से बचें। कुल मिलाकर यह साल प्रेम और संबंधों के लिहाज से अच्छा रहेगा, बशर्ते आप सच्चे ईमानदार और समझदारी से काम लें।
सिंह राशि का 2026 राशिफल कहता है कि इस साल आपको सेहत के मामले में थोड़ा सतर्क रहना होगा। आपके लग्न में केतु के होने की वजह से आपका स्वभाव पहले से कुछ अलग हो सकता है। आप थोड़ा ज्यादा जल्दी प्रतिक्रिया देने वाले, बहस करने वाले, सख्त और कभी-कभी कठोर भी हो सकते हैं, जो आपके सामान्य स्वभाव से मेल नहीं खाता। इस वजह से शरीर में सूखापन या अन्य तरह की जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं।
संभव है कि इस समय आप अपनी सेहत और अच्छे स्वास्थ्य का ध्यान रखना भूल जाएं, जो आपके लिए ठीक नहीं होगा। इसके अलावा, शनि आपके आठवें भाव में है, जिसकी वजह से जीवन में कुछ बड़े फैसले लेने पड़ सकते हैं या शरीर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। 17 अक्टूबर से 16 नवंबर के बीच आपके लग्नेश सूर्य कमजोर स्थिति में रहेगा, इसलिए इस समय आपको खासतौर पर अपनी सेहत का ख्याल रखना होगा। लेकिन चिंता की बात नहीं है, प्रिय सिंह राशि वालों, यह साल पूरी तरह खराब नहीं है।
आपको बस इतना करना है कि अपनी सेहत पर ध्यान दें, नियमित ध्यान करें, शरीर को सक्रिय रखें, व्यायाम करें और पौष्टिक भोजन खाएं। इन साधारण आदतों को अपनाकर पूरे साल स्वस्थ रह सकते हैं।
प्रतिदिन सुबह गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करें और सूर्य को अर्घ्य दें।
प्रतिदिन गुड़ खाएं।
अपने बटुए या जेब में हमेशा लाल रंग का रूमाल रखें।
घर से निकलने से पहले अपने पिता का सम्मान करें और उनका आशीर्वाद लें।
प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
प्रतिदिन उगते सूर्य के समक्ष सूर्य नमस्कार करें और भगवान सूर्य की पूजा करें।
सूर्य से सौभाग्य प्राप्त करने के लिए अपने दाहिने हाथ की अनामिका में सोने में जड़ा उच्च गुणवत्ता वाला लाल माणिक्य धारण करें।
अपनी राशि अनुसार पढ़ें, सबसे सटीक अपना आज का राशिफल
हम आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। MyKundali के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!
1. शनि के आठवें भाव में होने का क्या प्रभाव पड़ेगा?
यह स्थिति आपको जीवन में कुछ बड़े बदलावों या चुनौतियों से गुज़ार सकती है, जिनमें सेहत से जुड़े मुद्दे भी हो सकते हैं।
2. इस साल सेहत मजबूत रखने के लिए क्या करें?
नियमित व्यायाम, मेडिटेशन, संतुलित और पौष्टिक आहार, पर्याप्त नींद और पानी का सेवन आपकी सेहत को बेहतर बनाए रखेगा।
3. क्या 2026 का साल सिंह राशि वालों के लिए पूरी तरह खराब है?
नहीं, बिल्कुल नहीं। अगर आप अपनी सेहत और दिनचर्या का ध्यान रखते हैं, तो साल अच्छा भी जा सकता है। यह समय सतर्क रहने और खुद की देखभाल करने का है।