धनु वार्षिक राशिफल 2026: धनु राशि ज्योतिष की नौवीं राशि है। इसका विस्तार पृथ्वी की भूमध्य रेखा से लगभग 20 से 25 डिग्री दक्षिण तक माना जाता है। इसका प्रतीक धनुर्धारी यानी तीर चलाने वाला है। इस राशि में मूला, पूर्वाषाढ़ा और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के दो चरण आते हैं। इनमें मूला नक्षत्र को थोड़ा जटिल माना जाता है, लेकिन इसकी कुछ अवस्थाएं पूजा योग्य और शुभ मानी जाती हैं। जबकि पूर्वाषाढ़ा और उत्तराषाढ़ा में जन्म लेने वाले जातक बहुत भाग्यशाली माने जाते हैं। खगोल शास्त्र की दृष्टि से देखा जाए तो आकाशगंगा में धनु राशि का तारामंडल दो हिस्सों में बंटा हुआ दिखाई देता है।
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इसके नक्षत्रों की वजह से इसे कभी धनुर्धारी के रूप में तो कभी सेंटॉर (आधा मनुष्य और आधा घोड़ा) के रूप में चित्रित किया जाता है। यूनानी परंपरा में घोड़े पर सवार धनुर्धारी को शिकार और युद्ध का प्रतीक माना गया। इसी कारण ज्योतिष में यह राशि साहस, शक्ति और सफलता की महत्वाकांक्षाओं से जुड़ी हुई है। धनु राशि का संबंध सामूहिक नेतृत्व, अधिकार, घोड़े और वाहनों का संचालन, सेना तथा अन्य महत्वपूर्ण सरकारी सेवाओं से माना जाता है। इसके अलावा, यह शिक्षा और प्रशिक्षण राजनीति, अस्त्र-शस्त्र विज्ञान, विद्यालय, सांस्कृतिक गतिविधियां और बड़े सामूहिक अभियानों तक फैले अनेक क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करती है।
इस राशि जातक बौद्धिक कार्यों, व्यापार, खेलकूद, कुश्ती और विभिन्न पेशों में सफलता प्राप्त करते हैं। ये लोग लोकप्रिय, भरोसेमंद और दूसरों के प्रिय होते हैं। हालांकि कभी-कभी इनमें अहंकार भी आ सकता है। कुल मिलाकर, धनु राशि साहस, ज्ञान, पराक्रम और नेतृत्व का प्रतीक है, जो अपने जातकों में ऊंचा मुकाम दिलाने में सहायक होती है।
धनु राशि में जन्मे लोग बातचीत करते समय महत्वाकांक्षी और दार्शनिक अंदाज में बोलते हैं। ये लोग धनवान होते हैं लेकिन स्वभाव से विनम्र रहते हैं और रचनात्मक कार्यों में आनंद लेते हैं। इन्हें अपने साथी, जीवनसाथी या सहकर्मियों की प्रगति देखकर भी खुशी मिलती है। हमेशा अपने लक्ष्यों को पाने की कोशिश में लगे रहने वाले धनु राशि के जातक अक्सर आकर्षक काया वाले होते हैं, हालांकि इन्हें दांतों की परेशानी या पैरों में दर्द जैसी समस्या कभी-कभी हो सकती है।
शारीरिक रूप से धनु, राशि वाले लोग शांत, बुद्धिमान शिक्षित, ज्ञानवान और आत्मसम्मान से भरे हुए नज़र आते हैं। इनका माथा प्रायः चौड़ा होता है और होंठ मोटे व चौड़े होते हैं। इन्हें कानून, धर्म, अर्थशास्त्र और मनोरंजन जैसे कई विषयों का अच्छा ज्ञान रहता है। द्विस्वभाव राशि होने के कारण धनु राशि जीवन में सुख और दुख दोनों समान रूप से देती है। अधिकतर, धनु राशि के जातक व्यवसाय या पेशेवर जीवन में सफलता कड़ी मेहनत और समय के बाद ही प्राप्त करते हैं।
इनमें से कई लोग वकील, साधु-संत, प्रोफेसर, शिक्षक, दार्शनिक, राजनेता, सलाहकार, डॉक्टर या हीलर बनते हैं। हालांकि, इन्हें दुर्घटनाओं या फेफड़ों, श्वसन तंत्र और मोटापे से संबंधित बीमारियों का ख़तरा भी रहता है। यदि बृहस्पति इस राशि में स्थित हो, तो जातक बौद्धिक कार्यों की ओर अधिक झुकाव रखता है और साहित्य तथा योग जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करता है। ऐसे लोग सीधे तौर पर सरकारी कार्यों से कम जुड़े होते हैं, लेकिन अपने काम के जरिए सम्मान, प्रतिष्ठा और पुरस्कार हासिल करके जीवन यापन करते हैं।
धनु राशि के जातकों को इस साल ग्रहों की बड़ी स्थिति कुछ खास रहने वाली है। पूरे साल भर शनि आपके चौथे भाव में विराजमान रहेंगे। वहीं बृहस्पति कई बार अपनी राशि बदलेंगे, पिछले साल से चल रहा गोचर इस साल 02 जून तक आपके सातवें भाव में रहेगा। इसके बाद 02 जून से 31 अक्टूबर तक बृहस्पति आपके आठवें भाव (कर्क) में जाएंगे। फिर 31 अक्टूबर से साल के अंत तक बृहस्पति आपके नौवें भाव (सिंह) में रहेंगे। राहु ज्यादातर साल तक आपकी तृतीय भाव (कुंभ) में रहेंगे और 05 दिसंबर को द्वितीय भाव में प्रवेश करेंगे। इसी दौरान केतु साल के 05 दिसंबर तक नौवें भाव ( सिंह) में रहेंगे और उसके बाद आठवें भाव में चला जाएगा।
यह साल आपके लिए खुद को बदलने और निखारने का समय है। चाहे वह आपकी शरीर हो, आपके विचार हों या आपकी पूरी जीवन शैली। बदलाव की शक्ति पूरी तरह आपके हाथ में है क्योंकि साल के ज्यादातर समय आपकी लग्न राशि धनु पर बृहस्पति और शनि दोनों का डबल ट्रांजिट (दोहरे प्रभाव) रहेगा। साल के पहले हिस्से में, यानी 2 जून तक, बृहस्पति अपनी सातवीं दृष्टि से आपके लग्न धनु पर दृष्टि डालेगा। उसी समय, शनि भी अपनी दसवीं दृष्टि से आपके लग्न पर प्रभाव डालेगा।
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इस तरह आपकी राशि पर दोनों ग्रहों का एक साथ असर होगा, जिससे आपके जीवन में बड़े बदलाव की शुरुआत होगी। इसके बाद 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति सिंह राशि से आपकी पांचवें भाव पर अपनी पांचवी दृष्टि डालेगा, जिससे आपकी शिक्षा, संतान और रचनात्मकता से जुड़े मामलों में नई ऊर्जा और प्रगति आएगी। कुल मिलाकर यह साल धनु राशि वालों के लिए बदलाव और आत्म निखार का साल रहेगा।
बृहस्पति आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण ग्रह है, क्योंकि यह आपके लग्न और चौथे भाव दोनों के स्वामी हैं। ये दोनों ही केंद्र भाव में माने जाते हैं। साल के पहले हिस्से में, यानी 02 जून तक बृहस्पति आपकी कुंडली के सातवें भाव में रहेंगे। सातवां भाव जीवनसाथी, रिश्तों और साझेदारी से जुड़ा होता है। इसका मतलब है कि इस समय आपकी जिंदगी में ये सारे विषय प्रमुख रहेंगे। अगर आप अविवाहित हैं और विवाह की योजना बना रहे हैं तो यह समय विवाह के लिए शुभ है, बशर्ते आपकी दशा भी इसका समर्थन कर रही हो।
यदि आप पहले से किसी रिश्ते या प्रेम संबंध में हैं और उसे अगले स्तर तक ले जाना चाहते हैं, तो मई का महीना खास तौर पर बहुत अनुकूल रहेगा, जो लोग शादीशुदा हैं लेकिन रिश्तें में तनाव या मतभेद झेल रहे हैं, उनके लिए बृहस्पति का आशीर्वाद राहत लेकर आएगा। इस साल आप अपने रिश्तों की असली समस्याओं को साफ-साफ समझ पाएंगे, उन्हें बुद्धिमानी और तार्किक तरीके से संभालेंगे। सही संवाद और बातचीत से कई उलझे हुए मामले सुलझ सकते हैं।
बृहस्पति का प्रभाव उन रिश्तों में भी मदद करेगा, जो लंबे समय से अटके हुए हैं। अगर आपकी कुंडली में योग बने हों, तो यह अलगाव या तलाक जैसी स्थिति भी ला सकती है, लेकिन जब भी आपको मानसिक शांति और पीड़े से मुक्ति दिलाने के लिए ही होगा। यानी परिणाम चाहे जैसे हों, वे आपके जीवन में बेहतरी ही लेकर आएंगे। क्योंकि बृहस्पति आपके लग्नेश हैं और इस समय सातवें भाव में गोचर करेंगे इसलिए आप अपने निजी और पेशेवर रिश्तों या साझेदारी में काफी मेहनत करेंगे और उस मेहनत का फल भी पाएंगे।
बृहस्पति चौथे भाव के स्वामी होकर सातवें भाव में बैठें तो यह उन अविवाहित लोगों के लिए बहुत शुभ होता है जो जीवनसाळी के तलाश कर रहे हैं। मां का आशीर्वाद और सहयोग मिलने से इस दौरान सही जीवनसाथी मिलने की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन यदि आप पहले से विवाहित हैं और आपकी जन्म कुंडली में बृहस्पति की स्थिति अनुकूल नहीं है, तो इस समय आपकी मां का दखल आपके दांपत्य जीवन में मतभेद ला सकता है। इस स्थान से बृहस्पति अपनी पांचवीं दृष्टि से एकादश भाव को देखेंगे, जो आर्थिक प्रगति और निवेश में स्थिरता का संकेत देता है।
आपकी प्राथमिकता आय को स्थिर और नियमित बनाने पर रहेगी। सातवीं दृष्टि से बृहस्पति लग्न भाव को देखेंगे, जिससे आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा, अच्छे परिणाम मिलेंगे और स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। नौवीं दृष्टि से बृहस्पति तृतीय भाव को देखेंगे, जो संवाद और संचार से जुड़ा है। इसका अर्थ है कि इस समय आपकी बाच लोगों को पसंद आएगी, बशर्ते आप परिपक्कता से खुद को व्यक्त करें। सोशल मीडिया या डिजिटल मार्केटिंग से जुड़े लोगों को इस दौरान तरक्की के अवसर मिलेंगे। 02 जून 2025 को बृहस्पति आठवें भाव में प्रवेश करेंगे।
यह गोचर आपकी आध्यात्मिक प्रवृत्ति को बढ़ा सकता है और गुप्त विद्याओं या रहस्यमयी विषयों में रुचि जगा सकता है। इस दौरान अप्रत्याशित घटनाएं और जीवन में परिवर्तन भी संभव हैं, जिनमें से कुछ असहज हो सकते हैं। भले ही बृहस्पति उच्च के हों, लेकिन लग्नेश और चतुर्थेश का आठवें भाव में जाना शुभ नहीं माना जाता, क्योंकि यह सेहत से जुड़ी परेशानियां दे सकता है। यदि आप विवाहित हैं तो इस समय ससुराल पक्ष या परिवार के अन्य सदस्यों के साथ रिश्तों में बदलाव आ सकता है। अगर आपके और आपके जीवनसाथी या किसी अन्य व्यक्ति के बीच आर्थिक विवाद चल रहा है, तो इस समय समझौते की संभावना बन सकती है।
दांपत्य जीवन में संयुक्त संपत्ति में वृद्धि हो सकती है और किसी प्रकारी की पैतृक संपत्ति भी मिलने की संभावना है। यदि आप असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, तो परिवार की आर्थिक सुरक्षा और भविष्य को सुरक्षित करने की तीव्र इच्छा जाग सकती है। खासकर बुजुर्ग लोग इस दौरान अपनी संपत्ति उत्तराधिकारियों को सौंपने या वसीयत जैसी योजनाएं बना सकते हैं। इस स्थिति से बृहस्पति की पांचवीं दृष्टि द्वादश भाव पर होगी, जिससे खर्चे या हानि की संभावना बनती है, इसलिए पैसों का सही उपयोग और नियंत्रण जरूरी होगा।
सप्तम दृष्टि द्वितीय भाव पर पड़ेगी, जो बचत और आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देगी। वहीं, नवम दृष्टि चतुर्थ भाव पर होगी, जिससे घर-परिवार में अचानक बदलाव आ सकते हैं। फिर भी इस दौरान यदि आप संतों या गुरुओं का स्वागत करते हैं और उनका आशीर्वाद लेते हैं, तो घर परिवार में शांति, सौहार्द और सकारात्मकता बनी रहेगी।
धनु राशि वालों के लिए शनि द्वितीय और तृतीय भाव के स्वामी हैं और वर्ष 2026 में वे मीन राशि में आपके चौथे भाव में रहेंगे। इस गोचर का असर आपके घर-परिवार, करियर, बोलचाल और धन पर पड़ेगा। शनि के चौथे भाव में होने से आपकी वाणी में परिष्कार आएगा और आप अपने शब्दों को अधिक स्पष्टता और व्यवस्थित तरीके से व्यक्त कर पाएंगे। इस समय शनि आपकी आय को स्थिर करेंगे, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार देखने को मिलेगा। चूंकि द्वितीय भाव के स्वामी चौथे भाव में होगा, इसलिए आप अपनी बचत को घर परिवार से जुड़े कामों में खर्च कर सकते हैं।
जैसे- नया मकान खरीदना, पुराने घर की मरम्मत या नवीनीकरण करना या वाहन लेना। यह समय अचल संपत्ति (जैसे ज़मीन-जायदाद) या घर से जुड़ा कोई व्यवसाय करने के लिए भी अनुकूल है, क्योंकि शनि का मीन राशि से गोचर इस दिशा में सहयोगी रहेगा। साथ ही इस अवधि में आपके घर-परिवार की जिम्मेदारियां बढ़ेंगी और आप पारिवारिक मूल्यों के प्रति अधिक सजग और संवेदनशील बनेंगे।
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धनु राशि वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, नौकरीपेशा जातकों को अपने करियर और प्रोफेशनल जीवन में बेहद लगातार और मेहनती रहना होगा, क्योंकि शनि की सातवीं दृष्टि आपके दसवें भाव (करियर भाव) पड़ रही है। हालांकि, बृहस्पति की एकादश भाव पर दृष्टि होने के कारण आप अपने काम में अच्छा प्रदर्शन करेंगे और मेहनत का अच्छा आर्थिक फल भी मिलेगा। सलाह देने से जुड़े करियर जैसे शिक्षा, करियर काउंसलिंग, विवाह परामर्श और मेंटरिंग से संबंधित क्षेत्रों में इस साल अच्छा विस्तार और प्रगति देखने को मिलेगी।
धनु राशि के जातकों को समाज के प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ मजबूत संबंध बनाने का अवसर भी मिलेगा, जिससे लंबे समय तक लाभ प्राप्त होगा। बृहस्पति के सातवें भाव में होने से व्यापार करने वाले धनु जातकों को अपने बिजनेस पार्टनर का पूरा सहयोग मिलेगा। साथ ही, कोई पुराना व्यावसायिक साथी भी फिर से साझेदारी का प्रस्ताव लेकर आ सकता है। आपको ऐसे प्रस्तावों पर विचार अवश्य करना चाहिए, लेकिन बहुत ज्यादा उत्साहित होकर या ऊंचे मुनाफे के वादों पर आंख बंद करके भरोसा करने से बचना चाहिए। कुल मिलाकर यह साल करियर के विकास और प्रगति के लिहाज़ से आपके लिए अच्छा और शुभ दिखाई देता है।
धनु वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, यह साल आपके आर्थिक जीवन के लिए अनुकूल रहने वाला है। साल के पहले हिस्से में बृहस्पति आपकी कुंडली के एकादश भाव पर दृष्टि डालेगा और साल के दूसरे हिस्से में द्वितीय भाव पर। यानी आपकी कुंडली के दोनों ही धन से जुड़े भाव बृहस्पति के प्रभाव में रहेंगे।
इसका सीधा संकेत है कि आपकी आर्थिक स्थिति में धीरे-धीरे लेकिन स्थिर वृद्धि होगी। हालांकि इस वर्ष कुछ शुभ पारिवारिक घटनाएं जैसे संतान जन्म विवाह या धार्मिक कार्यों की वजह से खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है। लेकिन साथ ही, आपके पुराने निवेशों से भी अच्छा लाभ और आमदनी मिलने की संभावना है, जो आर्थिक संतुलन बनाए रखेगी।
धनु वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, जो छात्र मास्टर डिग्री, रिसर्च प्रोजेक्ट या डॉक्टरेट की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए यह साल बेहद शानदार रहेगा। अगर आप किसी परीक्षा के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं, तो भी आपके सफल होने और पास होने की अच्छी संभावना है। उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए यह साल नई ऊंचाइयां छूने वाला साबित होगा। साथ ही जो विद्यार्थी खेल-कूद या अन्य सह पाठ्यक्रम गतिविधियों में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, वे भी इस साल बेहतरीन स्थिति में रहेंगे।
धनु वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, यह सलाह देता है कि विद्यार्थियों को पूरी तरह अपनी शिक्षा और प्रोफेशनल विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और अपना कीमती समय बेकार की चीज़ों में बर्बाद करने से बचना चाहिए।
धनु वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, इस साल आपके पारिवारिक जीवन में कुछ कठिनाइयां आ सकती हैं। शनि का चतुर्थ भाव में गोचर आपको परिवार से जुड़ी बातों में असंतोष या अधूरापन महसूस करा सकता है। पहले कुछ दिनों को छोड़कर यह स्थिति लगभग पूरे साल बनी रह सकती है। करियर के लिहाज से यह साल आपके लिए अच्छा रहेगा, लेकिन पारिवारिक जीवन उतना सुखद नहीं रहेगा, क्योंकि आपको निजी और पेशेवर जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाने में काफी दबाव महसूस होगा।
साल के दूसरे हिस्से में बृहस्पति की नौवीं दृष्टि आपके चतुर्थ भाव पर पड़ेगी, जिससे घर-परिवार के माहौल में अचानक बदलाव हो सकते हैं। फिर भी, यह सलाह दी जाती है कि इस समय आप अपने घर में संतों या गुरुओं का स्वागत करें, क्योंकि उनका आशीर्वाद आपके परिवार में शांति, सौहार्द और सकारात्मकता ला सकता है।
ध्यान रखें कि ये भविष्यवाणियां केवल ग्रहों के गोचर के आधार पर सामान्य रूप से बताई गई हैं। आपके जीवन में सही परिणाम जानने के लिए आपकी जन्म कुंडली में ग्रहों की सटीक स्थिति और वर्तमान दशा को देखना जरूरी है।
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धनु वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, बृहस्पति का सातवें भाव में होना संकेत देता है कि इस वर्ष विवाह और उससे जुड़ी बातें आपके जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इस कारण विवाह या रिश्तों से संबंधित सभी मुद्दे आपके सामने आएंगे। अगर आप अविवाहित हैं और शादी की योजना बना रहे हैं, तो यह समय आगे बढ़ने के लिए बहुत अच्छा है, खासकर तब जब परिस्थितियां आपको उसी ओर धकेल रही हों।
यदि आप किसी रिश्ते या प्रेम संबंध में हैं तो उसे गंभीर रूप देना चाहते हैं, तो मई का महीना आपके लिए बेहद अनुकूल रहेगा। बृहस्पति के आशीर्वाद से वे लोग, जो पहले से विवाहित हैं और रिश्ते में कठिनाइयों से गुजर रहे हैं, उनके मतभेद दूर होंगे।
आप समस्याओं को और स्पष्ट रूप से पहचान पाएंगे उनका समाधान ढूंढ पाएंगे और आपकी बुद्धिमत्ता, विश्लेषण करने की क्षमता और तार्किक सोच और भी मजबूत होगी। संचार से जुड़ी समस्याओं का भी इस दौरान सही हल मिलेगा। अगर आपकी जन्मकुंडली में संकेत हो तो बृहस्पति अटकी हुई शादियों को भी सुलझाने में मदद करेगा, चाहे वह तलाक या अलगाव की स्थिति ही क्यों न हो। ऐसे मामलों में भी यह आपको पीड़ा से मुक्ति और मानसिक शांति दिलाने का सबसे अच्छा तरीका साबित होगा।
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धनु वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, वर्ष 2026 आपके लिए बदलाव का साल रहेगा। अगर आप इस दौरान अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने पर ध्यान देंगे तो किस्मत भी आपका साथ देगी। लेकिन यदि आप लापरवाही करेंगे, तो बृहस्पति की लग्न पर दृष्टि से वजन बढ़ने की संभावना है, जिससे आगे चलकर स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए सलाह दी जाती है कि आप अपने लिए कोई न कोई शारीरिक गतिविधि चुनें, जो आपको पसंद दो, जैसे योग, जिम में कसरत, पैदल चलना या अन्य व्यायाम। इन आदतों को अपनाने से आप अपनी फिटनेस बनाए रख पाएंगे।
शराब, कोल्ड ड्रिंक और अन्य नशे वाली चीज़ों से दूर रहें और संतुलित आहार लें। किसी भी प्रकार की लत आपकी सेहत बिगड़ सकती है इसलिए खासतौर पर धूम्रपान करने वालों को इसे छोड़ने की सलाह दी जाती है। बुजुर्ग या उम्रदराज धनु राशि के जातकों को गंभीर स्वास्थ्य समस्या होने की संभावना कम है, लेकिन फिर भी जरूरी सावधानियां बरतना, नियमित चेकअप और टेस्ट कराना तथा बचाव के उपाय अपनाना बेहद जरूरी रहेगा।
प्रतिदिन बृहस्पति बीज मंत्र का 108 बार जाप करें।
गुरुवार को भगवान विष्णु को पीले फूल अर्पित करें और उनकी पूजा करें।
गुरुवार को जल चढ़ाएं और केले के पेड़ की पूजा करें।
गुरुवार को अपनी तर्जनी उंगली में सोने की अंगूठी में पुखराज रत्न धारण करें।
गुरुवार को गायों को चना दाल और गुड़ आटे की लोई खिलाने।
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हम आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। MyKundali के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!
1. धनु राशि का प्रतीक क्या है?
धनु राशि का प्रतीक धनुर्धर है, जिसे अक्सर सेंटॉर (आधा मनुष्य, आधा घोड़ा) के रूप में दर्शाया जाता है।
2. धनु राशि पर किस ग्रह का शासन है?
धनु राशि के स्वामी बृहस्पति हैं।
3. धनु राशि में कौन से नक्षत्र आते हैं?
मूल, पूर्वाषाढ़ा और उत्तराषाढ़ा के दो पद इस राशि के अंतर्गत आते हैं।
4. 2026 धनु राशि वालों को कैसे प्रभावित करेगा?
बृहस्पति और शनि के दोहरे गोचर के कारण यह परिवर्तन का वर्ष होगा, जिसमें स्वास्थ्य, रिश्तों और व्यक्तिगत विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।