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राशिफल 2015 - भविष्यफल 2015

"Rashifal 2014" Roman mein padhne ke liye, yaha click karein - Rashifal 2015

वार्षिक राशिफल 2015: प्रत्येक वर्ष की भाँति एक बार पुनः “माय कुण्डली” आपके लिए 2015 राशिफल के साथ प्रस्तुत है। प्रत्येक राशि के लिए कैसा होगा भविष्यफल 2015, यह बताने का हमारा प्रयास है।

ग्रहों से होने वाले प्रभावों की जानकारी यदि पहले से हो तो हम सम या विषम दोनों ही परिस्थितियों की तैयारी कर सकते हैं। जैसे कोई भी इंसान बारिश नहीं रोक सकता, परन्तु यदि बारिश का पूर्वानुमान हो तो आप घर से छाता लेकर निकल सकते हैं। जिससे बारिश के कारण आपके ऊपर पड़ने वाला प्रभाव कम हो सके। आपके राशिफल 2015 में मेरा यह बताने का प्रयास है कि किन-किन बातों से आपको सावधान रहना है, कौन-सा रंग, कौन-सा आहार, कौन-सा व्यक्ति आपको नुक़सान पहुँचा सकता है, जिससे कि आप उससे पहले से ही सतर्क रहें। वैसे तो हम लोगो का प्रयास होता है की अत्यधिक सटीक और महत्वपूर्ण बातों को राशिफल 2015 में बताया जाये, परन्तु फिर भी पाठकों से अनुरोध है कि वह इसे अंतिम न मानें, बल्कि यदि कोई विषेश परिस्थिति या कार्य करने जा रहे हों तो विद्वान ज्योतिषियों का परामर्श अवश्य लें। क्योंकि यह भविष्यफल 2015 सामान्य आधार पर किया जाता है , परन्तु आपके ऊपर पड़ने वाला प्रभाव जन्म के समय ग्रहों की स्थिति, वर्तमान में गोचर तथा वर्तमान दशा /अन्तर्दशा पर भी आधारित होता है। आइए, देखें क्या कहते हैं पण्डित दीपक दूबे प्रत्येक राशि के बारे में...

नोट -यह राशिफल लग्न के आधार पर किया गया है, चन्द्र राशि या सूर्य राशि के आधार पर नहीं।

मेष राशिफल 2015

भाग्य: 3.5/5

राशीफल 2015 के अनुसार भाग्य इस वर्ष 70 प्रतिशत आपके साथ है, चार सबसे प्रभावी ग्रहों गुरु, शनि, राहु और केतु में से 3 ग्रह आपके पक्ष में हैं, शनि भी आपके पक्ष में हो जाये तो बात पूरी हो जाये, कैसे करें शनि को पक्ष में? चलें मेरे बताये मार्ग पर -

भविष्यफल 2015 कहता है कि आपके लिए वर्ष के प्रारम्भ में भाग्येश गुरु के उच्च राशि में होने और पूरे वर्ष उच्च के राहु और केतु के कारण यह वर्ष विशेष परिणाम देने वाला साबित होगा। हालांकि अष्टम भावगत शनि स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं पैदा करेंगे परन्तु दशम भाव पर उनकी भी दृष्टि अत्यंत लाभकारी होगी। शत्रु पक्ष परास्त होंगे और पुराने कर्ज से भी मुक्ति मिलेगी। वर्ष का प्रथम अर्ध अत्यंत उत्साह वर्धक रहेगा, दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। 2015 राशिफल के मुताबिक़ आर्थिक, सामाजिक उन्नति, शत्रुओं पर विजय, धार्मिक यात्रा, संतान पक्ष से सुख प्राप्त होगा। दूसरे अर्ध में स्वास्थ्य सम्बन्धी चिंता हो सकती है, परन्तु धन और दांपत्य जीवन के लिए बेहतर समय है। और भी...

शनि साढ़े साती /ढैया: ढैया रहेगी।
नकारात्मक पक्ष: स्वाथ्य।
सकारात्मक पक्ष: भाग्य और मनोबल।
लकी नंबर: 5 और 9
सावधानी: जब - जब चन्द्रमा वृश्चिक राशि पर आये स्वास्थ्य और दुर्घटना के प्रति सचेत रहें।
राशिफल 2015 के उपाय: शनि और शिव की उपासना करें।
परहेज़: रंग - नीले, काले और हरा. यात्रा - दक्षिण। आहार - उड़द, बैंगन और फूल गोभी। संगत - व्यसन करने वालों से।

वृषभ राशिफल 2015

भाग्य: 2/5

राशिफल 2015 कहता है कि भाग्य इस वर्ष केवल 40 प्रतिशत साथ है, अतः कर्म बहुत अधिक करना होगा। चार सबसे प्रभावी ग्रहों गुरु, शनि, राहु और केतु में से केवल गुरु का थोड़ा सहयोग रहेगा और वो भी सिर्फ आय के मामले में। जीवन पथ पर कैसे आगे बढ़े इस वर्ष की समस्याएं ना हों? पढ़ें आगे, और चलें मेरे बताये रास्ते पर -

2015 राशिफल के मुताबिक़ शनि सप्तम, राहु पंचम और केतु एकादश भाव में, अर्थात बुद्धि, दांपत्य जीवन, कार्य व्यापार, साझेदार, आय सबकुछ प्रभावित रहेगा। तर्कशक्ति नकारात्मक स्तर तक जा सकती है। गर्भवती महिलाओं को विशेष ख्याल रखने की आवश्यकता है। भविष्यफल 2015 की दृष्टि से बच्चों और जीवन साथी के सेहत का विशेष ख्याल रखना होगा। कई बार अकेलेपन का एहसास होगा। अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से सतर्क रहें। कोई बड़ा निवेश करने के लिए यह वर्ष अनुकूल नहीं है। और भी...

शनि साढ़े साती /ढैया: नहीं है।
नकारात्मक पक्ष: धन कमाने की जरुरत से ज्यादे चाह और अत्यधिक तर्क।
सकारात्मक पक्ष: समस्याओं को भाँपने की क्षमता और पिता का सहयोग।
लकी नंबर: 6 और 10
सावधानी: गहरे पानी, आग और बिजली के उपकरणों से सावधान रहें।
राशिफल 2015 के उपाय: राहु शांति और विष्णु की उपासना करें।
परहेज़: रंग - लाल और पीला। यात्रा - उत्तर। आहार - चावल, दही और ठंडी वस्तुएँ। संगत - अधीनस्थ कर्मचारियों और सेवकों से।

मिथुन राशिफल 2015

भाग्य: 4/5

यह वर्ष आपका है; 2015 राशिफल के अनुसार भाग्य 80 प्रतिशत आपके साथ है। जन्म के समय यदि चतुर्थ में केतु और दशम भाव में राहु नहीं हैं, तो शानदार समय है। राशिफल 2015 के मुताबिक़ चार सबसे प्रभावी ग्रहों गुरु, शनि, राहु और केतु में से सभी लगभग सभी पक्ष में हैं, लगभग इसलिए की गुरु सप्तम से अष्टम में स्थित हैं। अब इस 80 प्रतिशत को 100 प्रतिशत में कैसे बदलें? पढ़ें आगे, और चलें मेरे बताये रास्ते पर -

पूरे वर्ष में यदि जनवरी, मई -जून और दिसंबर को छोड़ दें तो शेष महीने जबरदस्त सहयोगी हैं। भविष्यफल 2015 के दृष्टिकोण से यदि दशा और अन्तर्दशा सही हो तो धन की वर्षा हो सकती है। पद - प्रतिष्ठा, मान - सम्मान, पदोन्नति, नए कारोबार, शत्रुओं पर सफलता अर्थात लगभग हर जगह कामयाबी कदम चूमेगी। हाँ, माँ और पिता के स्वास्थ्य के प्रति थोड़ी सतर्कता अपेक्षित है। जुलाई के बाद भाग्य पक्ष थोड़ा कमजोर हो सकता है, परन्तु बहुत अधिक नहीं। अपने किसी करीबी से विवाद की सम्भावना बनेगी जिससे आपको बचना है। और भी...

शनि साढ़े साती /ढैया:नहीं है।
नकारात्मक पक्ष: अहंकार और अति उत्साह।
सकारात्मक पक्ष: निर्णय लेने की क्षमता।
लकी नंबर: 7 और 11
सावधानी: चन्द्रमा जब भी चतुर्थ भाव में आएँ।
राशिफल 2015 के उपाय: शनि सम्बन्धी दान और माँ दुर्गा की उपासना।
परहेज़: रंग - लाल। यात्रा - पूर्व-दक्षिण। आहार - खट्टी वस्तुओं से। संगत - मित्रता दिखाने वाले से।

कर्क राशिफल 2015

भाग्य: 3/5

भविष्यफल 2015 के अनुसार 60 प्रतिशत भाग्य के साथ ग्रहों की स्थिति वर्ष के प्रथम अर्ध में अत्यंत सहायक परन्तु बाद में कुछ परेशानियाँ पैदा करने वाली होगी। चार सबसे प्रभावी ग्रहों गुरु, शनि, राहु और केतु में से जहाँ गुरु और राहु बहुत कुछ देने को आतुर होंगे वहीं केतु और शनि कई मामलों में परेशानियाँ भी पैदा करेंगे। कैसे लें विपरीत ग्रहों से भी फायदे, कैसे करें उनके नकारात्मक प्रभाव को कम और सकारात्मक प्रभाव को ज्यादा, और कैसे रखे अपने को संतुलित? जानिए आगे राशिफल 2015 में -

जैसा मैंने पहले कहा - वर्ष का प्रारम्भ बहुत कुछ देने वाला होगा, सोच बहुत ही सकारात्मक रहेगी, लिए गए निर्णय सही साबित होंगे। भाई-बहनों का सहयोग तो मिलेगा परन्तु विवाद भी संभव है, विशेषकर बड़े भाई से। 2015 राशिफल कहता है कि राजनैतिक, सामाजिक क्षेत्र से जुड़े लोगो को आगे बढ़ने के लिए कई अवसर आएंगे। शत्रु टिक नहीं पाएंगे। विदेशों से लाभ या विदेश यात्रा का प्रबल योग है। संतान और गर्भवती महिलाओं के लिए समय थोड़ा प्रतिकूल रहेगा। धार्मिक यात्रा या आपके माध्यम से कोई धार्मिक कार्य पूर्ण होगा। उतावलेपन और अहंकार से दूर रहें। और भी...

शनि साढ़े साती /ढैया: नहीं है।
नकारात्मक पक्ष: अत्यधिक भावुकता और उतावलापन।
सकारात्मक पक्ष: सकारात्मक सोच।
लकी नंबर: 8 और 12
सावधानी: अमावस्या या शनिवार को गहरे पानी और वीरान जगह पर अकेले ना जायें।
राशिफल 2015 के उपाय: केतु सम्बन्धी दान, भगवान गणेश की उपासना।
परहेज़: रंग - काला और नीला। यात्रा -पश्चिम - दक्षिण। आहार - ठंडी वस्तुओं से। संगत - मित्र और किसी करीबी रिश्तेदार से सावधान रहें।

सिंह राशिफल 2015

भाग्य: 1.5/5

सिंह राशि वालों के लिए यदि स्वयं सूर्य या मंगल की दशा नहीं हुई तो समय बहुत प्रतिकूल रहने की सम्भावना है। राशिफल 2015 के अनुसार 30 प्रतिशत भाग्य के साथ चार प्रमुख ग्रहों गुरु, शनि, राहु और केतु में से कोई भी ग्रह सही जगह पर नहीं है। वैसे अष्टम में केतु और दूसरे भाव में उच्च का राहु अचानक और अकल्पनीय धन दे सकता है परन्तु उसका अंत अच्छा नहीं होगा। ऐसे में क्या करें की विपरीत समय से भी फायदा मिल सके? कैसे प्रतिकूल ग्रहों को भी बनाये अनुकूल तथा कब और किससे रहें सावधान? जानिए भविष्यफल 2015 में -



यह वर्ष थोड़ा धैर्य रखने वाला होगा। आर्थिक स्थिति और स्वाथ्य के प्रति बहुत सचेत रहें। 2015 राशिफल के मुताबिक़ अनावश्यक वाद-विवाद से दुरी बनायें रखें। वाणी बहुत ही दूषित हो सकती है अतः क्रोध में कुछ भी बोलने से पहले अत्यंत सोच-विचार लें। वाहन चलाते समय और यात्रा के दौरान अत्यंत सावधानी बरतें। व्यापार क्षेत्र में बहुत करीबी लोगो से बहुत ही सतर्क रहें अन्यथा बड़ा धोखा मिल सकता है। लम्बी दूरी की यात्रायें और बड़ा निवेश - दोनों से ही बचें। और भी...

शनि साढ़े साती /ढैया: ढैया रहेगी।
नकारात्मक पक्ष: वाणी, तर्क और अहंकार।
सकारात्मक पक्ष: निडरता और दृढ़ इच्छा शक्ति।
लकी नंबर: 1 और 9
सावधानी: जिस माह सूर्य मीन राशि में हों।
राशिफल 2015 के उपाय: केतु सम्बन्धी दान, भगवान गणेश की उपासना, आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ।
परहेज़: रंग - काला, हरा और नीला। यात्रा - दक्षिण - पश्चिम। आहार - गरिष्ठ और खट्टी वस्तुओं के सेवन से। संगत - अपने से उम्र में बड़ी महिला या पुरुष से।

कन्या राशिफल 2015

भाग्य: 2.5/5

2015 राशिफल कहता है कि आपकी राशि वालों के लिए भाग्य 50 प्रतिशत है इस वर्ष, अर्थात कुछ खट्टा और कुछ मीठा अनुभव रहेगा पूरे वर्ष में। राशिफल 2015 के अनुसार आपके लिए आधे वर्ष तक गुरु सर्वोत्तम, शनि और राहु मध्यम तथा केतु विपरीत फल देंगे। ग्रह प्रतिकूल हों और उनका प्रभाव पहले से पता हो तो संभला जा सकता है? कैसे? आगे मेरे सुझाओं को ध्यान से पढ़ें और उसका अनुसरण करने का प्रयास करें।

भविष्यफल 2015 के मुताबिक़ कन्या राशि के लिए यह वर्ष कुछ देने वाला तो कुछ लेने वाला होगा। धन अप्रत्याशित रूप से आएगा तो कई बार खर्च नियंत्रण से बाहर हो जायेगा। खुद का स्वास्थ्य और माता - पिता का स्वास्थ्य आपके समय और धन की मांग करेगा। किसी महिला / पुरुष के प्रति आकर्षण से बचें अन्यथा वैवाहिक जीवन में परेशानियां पैदा हो सकती हैं। व्यापार में साझेदारों से सतर्क रहें, धोखा मिलने का योग बहुत प्रबल है। जल्दबाजी या आवेश में आकर कोई भी आर्थिक जोखिम ना उठायें अन्यथा हानि उठानी पड़ सकती है। पिता, उच्च अधिकारीयों और साझेदारों से सम्बन्ध मधुर रखने का प्रयास करें। शत्रुओं से सावधान रहने की बहुत आवश्यकता है, कोई अपना आने वाले समय में बहुत नुकसान पहुंचा सकता है अतः अपनी व्यक्तिगत बातें और कमजोरियां अपने तक ही सिमित रखें। जहाँ तक हो सके धन को बचाएँ। और भी...

शनि साढ़े साती /ढैया: नहीं है।
नकारात्मक पक्ष: अनिर्णय की स्थिति।
सकारात्मक पक्ष: मनोबल।
लकी नंबर: 2 और 10
सावधानी: जीवन साथी से रिश्ते को लेकर।
राशिफल 2015 के उपाय: केतु और शनि सम्बन्धी दान, माँ कात्यायनी की उपासना।
परहेज़: रंग - लाल। यात्रा - पूर्व। आहार - तैलीय और खट्टी वस्तुओं के सेवन से। संगत - अति उत्साही और व्यसन करने वालों से।

तुला राशिफल 2015

भाग्य: 2.5/5

राशिफल 2015 के अनुसार तुला राशि वालों के लिए भी यह वर्ष मिला जुला फल देने वाला होगा, चारों प्रमुख ग्रह अर्थात राहु, केतु, शनि और गुरु सबका प्रभाव और दुष्प्रभाव दोनों ही रहेगा अतः भाग्य का साथ 50 प्रतिशत ही रहेगा। कैसे करें सामना विपरीत ग्रहों का, कैसे करें राहु - केतु - शनि और गुरु के दुष्प्रभावों को कम और कैसे लें उनके शुभ प्रभावों से फायदा? पढ़े आगे और करें अनुसरण -

भविष्यफल 2015 के मुताबिक़ इस वर्ष शनि की साढ़े साती का अंतिम दौर प्रारम्भ होगा, अतः धन के मामले में कुछ राहत अवश्य मिलेगी, परन्तु पूरी तरह से नहीं, जहाँ एक ओर कर्ज का बोझ कुछ कम होगा तो दूसरी ओर कुछ अनावश्यक खर्च भी आएंगे। शत्रु तो परास्त होंगे परन्तु स्वयं के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। पिता और राज्य पक्ष से लाभ का प्रबल योग है, खोई हुई प्रतिष्ठा और पद पुनः प्राप्त होगा। लिए हुए निर्णय सही होंगे। जमीन-जायदाद के मामलों में सफलता मिलेगी। नए वाहन तथा घर की इच्छा भी पूरी होगी। बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं के लिए समय प्रतिकूल है, अतः सावधानी बरतें। 2015 राशिफल इंगित करता है कि परिवार में कोई दुःखद घटना हो सकती है। और भी...

शनि साढ़े साती /ढैया: साढ़े साती का अंतिम दौर रहेगा।
नकारात्मक पक्ष: स्वास्थ्य।
सकारात्मक पक्ष:पराक्रम और निर्णय की क्षमता।
लकी नंबर: 3 और 11
सावधानी: ऊँचे स्थान और कमर के निचले हिस्से को लेकर।
राशिफल 2015 के उपाय: शनि सम्बन्धी दान, शिव उपासना।
परहेज़: रंग - पीला और लाल।यात्रा - उत्तर - पूर्व। आहार - खट्टी और मीठी वस्तुओं के सेवन से। संगत - पराई स्त्री/पर पुरुष और अपने सेवकों से।

वृश्चिक राशिफल 2015

भाग्य: 2/5

राशिफल 2015 कहता है कि 40 प्रतिशत भाग्य पक्ष में रहेगा, और यदि गुरु की महादशा या अंतर हो तो भाग्य बहुत प्रबल होगा अन्यथा प्रतिकूल शनि, केतु और आधा राहु के कारण बहुत सी समस्याएं सर उठाएंगी और ऊपर से शनि की साढ़े साती का मध्य दौर भी। अतः भविष्यफल 2015 के नज़रिए से अत्यंत धैर्य और संयम से काम लेने की ज़रुरत होगी। क्या करें इन विपरीत परिस्थितियों से सामना करने के लिए? पढ़े आगे और करें अनुसरण -

शत्रु राशि में शनि की स्वयं उपस्थिति, शनि साढ़े साती का मध्य दौर, केतु पंचम भाव में। सब मिलाकर 2015 राशिफल के मुताबिक़ थोड़ा प्रतिकूल समय। विशेषकर यदि किसी विपरीत ग्रह की दशा - अंतर दशा हो तो और। रोग, शत्रु और जीवन साथी की कारण बहुत तनाव रहेगा। वैवाहिक और पारिवारिक जीवन की अत्यंत कठिनाइयों भरा होने का संकेत ग्रह दे रहें हैं। व्यापार में और वाहन चलाते समय अत्यंत सावधानी बरतें। आर्थिक जोखिम उठाने के लिए या कार्य क्षेत्र में नए प्रयोग ना करें। वाद - विवाद से अंतिम क्षण तक बचने का प्रयास करें। और भी...

शनि साढ़े साती /ढैया: साढ़े साती का मध्य दौर रहेगा।
नकारात्मक पक्ष: क्रोध, वाणी, अनिर्णय और स्वास्थ्य।
सकारात्मक पक्ष: विपरीत परिस्थितियों से निकलने की क्षमता।
लकी नंबर: 4
सावधानी: वाहन चलाते समय।
राशिफल 2015 के उपाय: शनि और केतु सम्बन्धी दान, शनि और शिव उपासना।
परहेज़: रंग - नीला और काला। यात्रा - पश्चिम -दक्षिण। आहार - खट्टी और तीखी वस्तुओं के सेवन से। संगत - नीच कर्म और व्यसन करने वालों से।

धनु राशिफल 2015

भाग्य: 2.5/5

राशिफल 2015 के अनुसार अष्टमस्थ गुरु, द्वादश भावगत शनि, चतुर्थ भाव में केतु के कारण क़रीब आधा वर्ष बहुत प्रतिकूल रहेगा। उसके बाद केवल गुरु का स्थान परिवर्तन होगा जो की लग्नेश होकर भाग्य स्थान पर आ जायेंगे। अतः भविष्यफल 2015 के मुताबिक़ समय में थोड़ा सुधार आएगा। आपकी राशि वालों के लिए शनि की साढ़े साती का प्रारम्भ हो चूका है जो आने वाले 7.5 वर्ष तक आपको अपने प्रभाव में रखने वाला है। तो क्यों ना पहले से ही तैयारी कर ली जाये, ताकि आने वाली विषम परिस्थितियां भी अनुकूल हो जायें।

खर्च की अधिकता रहेगी, व्यर्थ की यात्रायें होंगी, स्थान परिवर्तन का भी योग बन रहा है। 2015 राशिफल कहता है कि माता-पिता के स्वास्थ्य का बहुत ध्यान रखने की आवश्यकता है। कानूनी विवादों से दूर ही रहें तो अच्छा। बड़े भाई या पिता से मतभेद उत्पन्न होने की सम्भावना बन रही है अतः अपने व्यवहार को संयमित रखें। यदि आपको मधुमेह की बीमारी है तो सावधानी बरतें। और भी...

शनि साढ़े साती /ढैया: साढ़े साती का प्रथम पक्ष प्रारम्भ।
नकारात्मक पक्ष: उतावलापन और दूसरों पर अत्यधिक भरोसा।
सकारात्मक पक्ष: ईमानदारी और निरंतरता।
लकी नंबर: 1 और 5
सावधानी: शत्रुओं और पानी से।
राशिफल 2015 के उपाय: गुरु और शनि सम्बन्धी दान, गुरु, सूर्य और विष्णु की उपासना।
परहेज़: रंग - सफ़ेद और काले रंग से। यात्रा - दक्षिण-पूर्व। आहार - मीठी और पीली वस्तुओं के सेवन से। संगत - अपने से बड़े परिवार के सदस्य से।

मकर राशिफल 2015

भाग्य: 3/5

भविष्यफल 2015 के अनुसार चार प्रमुख ग्रहों में से केतु, गुरु और कुछ हद तक शनि सहयोगी की भूमिका निभायेंगे। परन्तु पूरे वर्ष राहु भाग्य स्थान में रहेगा, परिणामस्वरूप जीवन में अचानक अच्छी और बुरी चीजें होने की सम्भावना बनेगी साथ ही करीब आधे वर्ष बीत जाने के पश्चात गुरु अष्टम में आ जायेंगे जो आपके राशि स्वामी के परम शत्रु हैं, अतः 2015 राशिफल कहता है कि स्वास्थ्य समबन्धी समस्या उत्पन्न हो सकती है। क्या करें ऐसे में और कहाँ - कहाँ से रहें सावधान?

केवल भाग्य भरोसे तो कुछ भी ना करें। पराक्रम में खूब वृद्धि होगी। धर्म के प्रति रूचि बहुत बढ़ी रहेगी अतः धर्म और समाज से सम्बंधित कार्य सम्पादित होंगे। घर में कोई शुभ कार्य होगा। प्यार करने वालों के लिए भी बहुत सुनहरा समय है, वैवाहिक बंधन में बंध सकते हैं। जमीन - जायदाद के मामलों में सफलता मिलेगी। राशिफल 2015 के मुताबिक़ नए घर तथा नए वाहन का योग बन रहा है। आधा वर्ष बीत जाने पर समय थोड़ा प्रतिकूल होगा। कामुकता बहुत अधिक हो सकती है। अनैतिक कार्यों में रूचि बढ़ सकती है जिसके कारण अपमान की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। अतः मन पर नियंत्रण रखें। आँख और पेट सम्बन्धी रोग उभर सकता है अतः इन मामलों अधिक सावधानी की जरुरत है। और भी...

शनि साढ़े साती /ढैया: नहीं है।
नकारात्मक पक्ष:अहंकार और कामुकता।
सकारात्मक पक्ष: जुझारूपन।
लकी नंबर: 6
सावधानी: व्यसन से।
राशिफल 2015 के उपाय: गुरु और राहु सम्बन्धी दान, राहु की शांति और शिव उपासना।
परहेज़: रंग - पीले और लाल रंग से। यात्रा - उत्तर - पूर्व। आहार - मीठी गरिष्ठ वस्तुओं के सेवन से। संगत - अपने सेवादारों से।

कुम्भ राशिफल 2015

भाग्य: 1.5/5

राशिफल 2015 के अनुसार आपकी राशि वालों के लिए पूरे वर्ष केतु द्वितीय, राहु अष्टम, शनि शत्रु राशि में दशम भाव तथा गुरु छठे भाव(आधे वर्ष) में रहेंगे अतः यह वर्ष काफी परेशानियों भरा रहने वाला है। कैसे करें संतुलित इस वर्ष को? किससे रहें सावधान और क्या न करें जिससे किसी बड़ी समस्या में फसने से बच सकें? आगे दिए हुए मेरे उपायों को सिर्फ पढ़ें नहीं बल्कि अपनायें भी।

कुम्भ राशि के जातकों के लिए केतु, राहु तथा गुरु की स्थिति के कारण लगभग पूरे वर्ष अचानक घटना - दुर्घटना, धन हानि, स्वास्थ्य समबन्धी समस्या तथा शत्रुओं से परेशानी का योग बना रहेगा। अतः विषम परिस्थितियों में भी साहस बनाये रखना होगा। भविष्यफल 2015 कहता है कि अपने स्वास्थ्य का ध्यान पहले से ही रखें। किसी करीबी से धोखा मिल सकता है अतः आँख बंद करके किसी विश्वास ना करें। उत्तेजना और क्रोध में कोई भी निर्णय ना लें। सुदूर यात्रा (विदेश) का योग बन रहा है। विदेशी कारोबार से जुड़े लोंगो को अच्छा लाभ का योग है। पिता और उच्च अधिकारीयों का सहयोग मिलेगा। कुछ गुप्त शत्रु नुकसान पहुंचा सकते हैं अतः सतर्क रहें। और भी...

शनि साढ़े साती /ढैया: नहीं है।
नकारात्मक पक्ष: बिना सोचे समझे बोलना।
सकारात्मक पक्ष: स्वपराक्रम।
लकी नंबर: 3
सावधानी: जब - जब चन्द्रमा आपके दूसरे और अष्टम भाव में आये, विशेष कर पूर्णिमा को।
राशिफल 2015 के उपाय: अर्गला स्तोत्र कवच का नियमित पाठ और शिव उपासना।
परहेज़: रंग - लाल, सिंदूरी और गुलाबी रंग से।यात्रा - उत्तर। आहार - मीठी गरिष्ठ वस्तुओं और रात में दूध के सेवन से। संगत - अपने क़रीबी।

मीन राशिफल 2015

भाग्य: 2.5/5

राशिफल 2015 कहता है कि मीन राशि के जातकों के लिए पुरे वर्ष केतु प्रथम भाव में, राहु सप्तम में और शनि भाग्य स्थान अर्थात नवम भाव में रहेंगे। भविष्यफल 2015 के मुताबिक़ यदि दशा - अन्तर्दशा भी प्रतिकूल हो तो यह समय शारीरिक, आर्थिक और मानसिक रूप से थका देने वाला होगा। धैर्य और संयम सबसे बड़ा सहारा रहेगा। ज्योतिष में समस्याओं का समाधान भी संभव है बशर्ते उसे पुरे योग,श्रद्धा और विधि-विधान से करें। आइये आपको बताता हूँ कि किस तरह की परिस्थितियाँ आपके सामने आ सकती हैं और कैसे करें आप उनका सामना?

अगर पुरे वर्ष का निष्कर्ष लिखूँ तो 2015 राशिफल के अनुसार आपको अपने वैवाहिक जीवन के प्रति बेहद सतर्क रहना चाहिए। व्यापार में साझेदार हानि और धोखा दे सकते हैं, अतः आँखे खुली रखें। सुदूर यात्रा हो सकती है परन्तु उससे कुछ हासिल नहीं होने वाला। नए कार्य में हाथ आजमाने या आर्थिक जोखिम लेने के लिए यह वर्ष अच्छा नहीं है। सभी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद कभी - कभी धन बहुत अधिक मात्रा में आ सकता है। शत्रुओं से तथा धन कमाने के लिए किसी अनैतिक कार्य का सहारा लेने से बचें अन्यथा उसका दूरगामी परिणाम अच्छा नहीं होगा। और भी...

शनि साढ़े साती /ढैया: नहीं है।
नकारात्मक पक्ष: दूषित वाणी और आवेश।
सकारात्मक पक्ष: आत्मबल।
लकी नंबर: 4
सावधानी: जीवनसाथी से सम्बन्ध को लेकर।
राशिफल 2015 के उपाय: राहु की शांति और दान तथा विष्णु सहस्त्र नाम का जप।
परहेज़: रंग - भूरे और काले रंग से।यात्रा - दक्षिण - पश्चिम। आहार - पीली और मीठी वस्तुओं से। संगत - नए स्त्री या पुरुष के साथ संबंधों से।

- पण्डित दीपक दूबे