कुंभ वार्षिक राशिफल 2026 : कुंभ राशि बारह राशियों में ग्यारहवीं राशि है। यह एक हवा तत्व वाली राशि है, जो भूमध्य रेखा से लगभग 20 से 12 डिग्री दक्षिण में स्थित होती है। यह धनिष्ठा, शतभिषा और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्रों से मिलकर बनी है। कुंभ राशि वाले लोग आमतौर पर ईमानदार, धार्मिक विचारों वाले, समझदार और वफादार होते हैं। इस राशि से जुड़े स्थान हैं, पश्चिम दिशा, तालाब, खेल के मैदान, स्विमिंग पूल, समुद्र तट, झीलें, सुंदर जगहें, बांध स्थल, दवा की दुकानें और खनिज तरल पदार्थों के कारखाने।
कुंभ राशि का रंग गहरा माना गया है, स्वभाव से ये लोग नम्र और शांत होते हैं और यह राशि बुढ़ापे या परिपक्कता का प्रतीक है। कुंभ राशि में तमोगुण की प्रधानता होती है और इस पर शनि ग्रह का शासन रहता है। कहा जाता है कि इस राशि के जातक कभी-कभी चालाक, मज़ाकिया, भोगप्रिय और मदिरा सेवन के शौकीन भी हो सकते हैं।
Read in English - Aquarius Horoscope 2026
यह राशि आयात-निर्यात, राष्ट्रीय विकास, उद्योग, सामाजिक कार्यों और हवाई यात्रा जैसे क्षेत्रों पर प्रभाव डालती है। आधुनिक यंत्रों, नई खोजों और विज्ञान की प्रगति से जुड़े सभी काम भी इसी राशि के अंतर्गत आते हैं।
कुंभ राशि में जन्मे लोग आमतौर पर मध्यम कद के होते है और उनका व्यक्तित्व आकर्षक होता है इनके दांत लंबे, होठ भरे हुए और बुद्धि तेज़ होती है। ये बचपन से ही समझदार नज़र आते हैं। ऐसे लोग मिलनसार, दूरदर्शी, आधुनिक सोच वाले, उदार और बातचीत में दिलचस्प होते हैं। इन्हें साहित्य, गूढ़ विद्याओं और रहस्मयी विषयों में गहरी रुचि होती है।
रंग की बात करें तो, कुछ लोग सांवले होते हैं, लेकिन ज्यादातर रंग गोरा गेहुंआ होता है। इनके स्वभाव में दार्शनिक सोच, दया, सेवा भावना, मेहनत और समाजप्रियता देखने को मिलती है। कुंभ राशि के लोग ज्यादातर स्वतंत्र विचारों वाले होते हैं और विज्ञान, लेखन, अध्यापन, रिसर्च, इलेक्ट्रिकल या एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, समाज सुधार और बड़े व्यापारों में अच्छा नाम कमाते हैं। इनकी प्रगति अक्सर अनिश्चित लेकिन तेज़ी से बढ़ती है।
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इन्हें यात्रा का बहुत शौक होता है और अक्सर देश विदेश घूमने के मौके मिलते हैं। इनके कम बच्चे होते है और कभी-कभी जीवनसाथी से मतभेद भी देखने को मिलते हैं। कुंभ राशि के लोग अपनी मौलिकता से बहुत फायदा उठाते हैं और आत्मसम्मान को सबसे ऊपर रखते हैं। अक्सर इन्हें दोस्तों या व्यावसायिक साथियों से भी अच्छा लाभ मिलता है। 36 साल की उम्र के बाद इनका भाग्य खुलता है और ये धन व सफलता हासिल करते हैं। समाज में ऐसे लोग मिलनसार स्वभाव और अच्छी बातचीत के लिए जाने जाते हैं।
शारीरिक रूप से देखा जाए तो कुंभ राशि वालों की लंबी गर्दन और उभरी हुई नसें उन्हें कम उम्र में भी उम्रदराज़ दिखा सकती हैं। ये अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के लिए हमेशा शुभचिंतक रहते हैं। कुंभ राशि के लोग खासकर, जो स्वभाव से सोचने समझने वाले होते हैं या जिन्हें समाज में प्रसिद्धि मिली होती है, उन्हें हर वर्ग के लोगों से आदर और सम्मान मिलता है। इनमें कलात्मकता और बातों से दूसरों को प्रभावित करने की अच्छी क्षमता होती है, जिससे ये आसानी से लोगों से दोस्ती कर लेते है और अपनी छाप छोड़ जाते हैं।
कुंभ राशि की महिलाएं अक्सर थोड़ी मर्दाना शक्ल सूरत वाली होती हैं और उनका स्वभाव कभी-कभी अनिश्चित रहता है। उन्हें हस्तकला, संगीत या कविता में दिलचस्पी हो सकती है। भले ही उनकी पढ़ाई पूरी न हुई हो, लेकिन वे व्यावहारिक जीवन में बहुत समझदार और निपुण मानी जाती हैं। अब आने वाले साल के ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार, शनि पूरे साल आपकी दूसरी राशि, मीन में रहेगा। गुरु (बृहस्पति) साल के दौरान कई राशियों में गोचर करेगा, यह 2 जून तक आपकी पांचवीं राशि मिथुन में रहेगा, जो पिछले साल से चल रहा प्रभाव है। कुंभ वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, 2 जून से 31 अक्टूबर तक गुरु आपकी छठी राशि कर्क में जाएगा। फिर 31 अक्टूबर से साल के अंत तक यह आपकी सातवीं राशि सिंह में प्रवेश करेगा।
राहु ज्यादातर समय आपकी लग्न राशि कुंभ में रहेगा और 05 दिसंबर को मकर यानी आपकी ग्यारहवीं राशि में जाएगा। इसी बीच केतु आपकी सातवीं राशि सिंह में 05 दिसंबर तक रहेगा और उसके बाद कर्क राशि यानी आपकी छठी राशि में चला जाएगा।
कुंभ वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, कुंभ राशि वालों के लिए इस साल आपकी ग्यारहवें भाव पर बृहस्पति और शनि दोनों का असर रहेगा। साल के पहले हिस्से में यानी 02 जून तक बृहस्पति अपनी सातवीं दृष्टि से ग्यारहवें भाव को देखेगा। उसी समय शनि भी अपनी दसवीं दृष्टि से उसी भाव पर असर डालेगा, जिससे डबल ट्रांजिट का प्रभाव बनेगा। फिर 31 अक्टूबर के बाद, बृहस्पति सिंह राशि से अपनी पांचवीं दृष्टि डालते हुए फिर से आपके ग्यारहवें भाव को सक्रिय करेगा।
कुंभ वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, इस पूरे साल ग्यारहवें भाव की ये सक्रियता इस बात का संकेत है कि यह समय धन लाभ के लिए बहुत शुभ रहेगा। निवेश से जुड़ी गतिविधियां बढ़ सकती हैं और आप आय के नए स्रोतों को भी आजमा सकते हैं। पहले के किसी बिजनेस या पुराने निवेश से भी अच्छा पैसा मिलने की संभावना है, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
कुल मिलाकर आपकी आमदनी में स्पष्ट बढ़ोतरी दिखेगी। लेकिन ध्यान रखें बृहस्पति, जो आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं, जब पांचवें भाव से गुजर रहा है, तो यह झुकाव पैदा कर सकता है कि आप अपनी बचत को सट्टा बाजार या रिस्की निवेशों में लगा दें। ये निवेश फ़ायदा भी दे सकते हैं, पर अगर आपकी दशा काल अनुकूल नहीं है, तो नुकसान भी संभव है। इसलिए भावनाओं में आकर नहीं, सोच-समझकर निवेश करें।
कुंभ वार्षिक राशिफल 2026 भविष्यवाणी करता है कि कुंभ राशि वालों के लिए यह वर्ष आर्थिक दृष्टि से बहुत शुभ रहने वाला है। इस साल आपकी ग्यारहवें भाव यानी लाभ और धन से जुड़ी जगह पर बृहस्पति और शनि दोनों का प्रभाव रहेगा। साल के पहले हिस्से में, यानी 2 जून तक, बृहस्पति अपनी सातवीं दृष्टि से और शनि अपनी दसवीं दृष्टि से इस भाव को देखेंगे। इससे आपकी कुंडली में दोहरा गोचर प्रभाव बनेगा, जो धन लाभ के अवसर बढ़ाएगा। फिर 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति सिंह राशि से अपनी पांचवी दृष्टि डालते हुए इस भाव को दोबारा सक्रिय करेगा।
इसका सीधा अर्थ है कि पूरे साल के दौरान आपकी आय में वृद्धि के अच्छे योग बने रहेंगे। इस समय आप निवेश और बचत से जुड़े कामों में अधिक सक्रिय रह सकते हैं। नए स्रोतों से धन आने की संभावना है और पुराने व्यापार या पहले किए गए निवेशों से भी लाभ मिल सकता है। आपकी आमदनी और सैलरी पैकेज दोनों में बढ़ोतरी संभव है। हालांकि, बृहस्पति जो कि आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं वह अब पांचवें भाव से गोचर करेगा, जो शेयर बाजार और जोखिम वाले निवेशों से जुड़ा होता है। ऐसे में आपके भीतर सारा पैसा स्पेकुलेटिव यानी अनुमान आधारित निवेशों में लगाने की प्रवृत्ति बढ़ सकती है।
इसलिए सलाह दी जाती है कि भावनाओं में आकर निवेश करने की बजाय सोच-समझकर कदम उठाए, खासकर अगर आपकी वर्तमान दशा ग्रहों के हिसाब से अनुकूल न हो। साल के पहले भाग में यानी 02 जून 2025 तक बृहस्पति मिथुन राशि से गोचर करेगा, जो आपका पांचवां भाव है। यह भाव शिक्षा, प्रेम और संतान से जुड़ा होता है। इस दौरान छात्रों को पढ़ाई में अच्छा ध्यान लगेगा और सफलता के योग बनेंगे। प्रेम संबंधों में सुधार होगा और विवाहित जोड़े जो संतान की इच्छा रखते हैं, उन्हें भी शुभ समाचार मिल सकता है। कुल मिलाकर, साल का पहला आधा भाग कुंभ राशि वालों के लिए शिक्षा, प्रेम और धन तीनों ही क्षेत्रों में प्रगति और शुभ परिणाम लेकर आएगा।
कुंभ वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, यदि आप कुंभ राशि के अविवाहित जातक हैं, तो इस वर्ष प्रेम संबंध बनने की प्रबल संभावना है। संभव है कि कोई व्यक्ति, जो आपके कार्यस्थल या सामाजिक दायरे से जुड़ा हो, आपके जीवन में रोमांटिक रूप से प्रवेश करें। एक बार रिश्ता पक्का होने के बाद, कुंभ राशि के प्रेमी अपने साथी को परिवार से मिलवाने का निर्णय ले सकते हैं। कुंभ राशि के माता-पिता के लिए भी यह समय खुशियों से भरा रहेगा। आपके बच्चे अपनी शैक्षणिक उपलब्धियों से गर्व का अनुभव कराएंगे, जबकि नवविवाहित या युवा दंपति संतान सुख की प्राप्ति कर सकते हैं। वहीं उम्रदराज माता-पिता को अपनी संतान के विवाह का सुख देखने का अवसर मिल सकता है।
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बृहस्पति की पांचवें भाव से दृष्टि आपके नौवें, ग्यारहवें और लग्न भावों को भी प्रभावित करेगी। इसका परिणाम यह रहेगा कि आपकी जीवन में आध्यात्मिक प्रगति, आर्थिक उन्नति और व्यक्तिगत विकास के अवसर बनेंगे। कुल मिलाकर यह समय आपके लिए जीवन के हर क्षेत्र में शुभ और संतुलनकारी सिद्ध होगा। हालांकि साल के दूसरे हिस्से में यानी 02 जून 2026 के बाद, बृहस्पति आपके छठे भाव में प्रवेश करेगा।
कुंभ वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, यह स्थिति आपको यह समझने में मदद करेगी कि कौन आपके सच्चे मित्र हैं और कौन विरोधी, लेकिन यह समय वित्तीय मामलों में थोड़ा सतर्क रहने का संकेत देता है। उधार देने या लेने से बचना चाहिए, क्योंकि इस अवधि में कर्ज बढ़ने या नुकसान होने की संभावना रहेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह समय सावधानी मांगता है। लिवर, फेफड़े और छोटी आंत से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं या शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण की दिक्कत आ सकती है। ये परेशानियां सामान्य अनुशासन और संतुलित दिनचर्या से काफी हद तक नियंत्रित की जा सकती हैं। फिर भी सलाह दी जाती है कि आप नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाते रहें ताकि किसी भी समस्या का समय रहते पता चल सके और आप सुरक्षित रह सकें।
सकारात्मक दृष्टि से देखें तो जब कार्यस्थल पर प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, तब यह गोचर आपके लिए कुछ अच्छे अवसर लेकर आ सकता है। अगर आपकी दशा अनुकूल चल रही है तो इस समय करियर में प्रगति की संभावना काफी मजबूत रहेगी, खासतौर पर उन लोगों के लिए जो नियमित और अनुशासित कार्यों से जुड़े हैं। गुरु का छठे भाव से गोचर आपके जीवन में अनुशासन और जिम्मेदारी की भावना बढ़ाएगा। इस स्थिति से इसका पांचवां दृष्टि भाव आपके दसवें भाव पर पड़ेगा, जिससे आपकी नौकरी, पेशा या व्यवसाय में सकारात्मक बदलाव और विकास होगा।
कुंभ वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, गुरु की सातवीं दृष्टि बारहवें भाव पर पड़ेगी, जो आपको वित्तीय मामलों में समझदारी और संयम अपनाने के लिए प्रेरित करेगी। वहीं, गुरु की नौवीं दृष्टि दूसरे भाव पर रहेगी, जो परिवार के सदस्यों से संबंध मजबूत करेगी और बचत व बैंक बैलेंस में वृद्धि का योग बनाएगी। हालांकि, इस समय शनि कुछ चुनौतियां भी ला सकता है। कुंभ राशि वालों के लिए, शनि पहले और बारहवें भाव का स्वामी होता है। इस वर्ष शनि मीन राशि में दूसरे भाव से गोचर करेगा, जिससे आपकी बातचीत, आर्थिक स्थिति और स्वास्थ्य में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
इस समय आपको खानपान की आदतों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। अगर पहले आत्म- नियंत्रण में कमी रही है तो शनि की ऊर्जा अब आपको अनुशासन और संयम सिखाएगी, जिससे स्वास्थ्य और जीवनशैली में सुधार होगा। इसके अलावा, मीन राशि में शनि का गोचर आपकी वाणी को परिष्कृत और परिपक्व बनाएगा। आप अपनी बात को संतुलित, सटीक और प्रभावी तरीके से कह पाएंगे। इससे न केवल व्यक्तिगत जीवन में सम्मान बढ़ेगा, बल्कि पेशेवर क्षेत्र में भी आत्मविश्वास और प्रतिष्ठा हासिल होगी।
यह समय धन कमाने और आर्थिक स्थिरता बढ़ाने के लिए अच्छा रहेगा। इस दौरान आपको आय बढ़ाने और अपनी संपत्तियों को समझदारी से संभालने के कई मौके मिल सकते हैं। चूंकि शनि आपकी बारहवें भाव के भी स्वामी हैं इसलिए विदेश से धन कमाने के अवसर बन सकते हैं। हालांकि इस समय खर्च भी बढ़ सकते है, इसलिए बचत पर ध्यान देना बहुत जरूरी होगा शनि की तीसरी दृष्टि चौथे भाव पर होने से घर परिवार की जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं। पारिवारिक शांति बनाए रखने के लिए थोड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है, लेकिन इससे घरेलू जीवन में स्थिरता आएगी।
कुंभ वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, सातवें दृष्टि आठवें भाव पर पड़ने से जीवन में अचानक आने वाली समस्याएं या अनिश्चितताएं धीरे-धीरे कम होंगी। जीवनसाथी के साथ साझा धन या निवेश में भी सुधार देखने को मिल सकता है। दसवीं दृष्टि ग्यारहवें भाव पर पड़ने से निवेश को लेकर आपका दृष्टिकोण अधिक अनुशासित और योजनाबद्ध बनेगा। इस समय दीर्घकालिक वित्तीय बनना आपके लिए फायदेमंद रहेगा। राहु और केतु के पहले- सातवें अक्ष पर स्थित होने से यह वर्ष। आत्म विकास का समय रहेगा। आपके भीतर आत्मविश्वास और ऊर्जा में वृद्धि होगी, लेकिन ध्यान रखें कि यह आत्मविश्वास अहंकार या स्वार्थ में न बदल जाए। ऐसा होने पर व्यक्तिगत रिश्तों में तनाव या व्यावसायिक साझेदारी में मतभेद पैदा हो सकते हैं।
कुंभ वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, साल की शुरुआत आपके करियर के लिए काफी अच्छी रहेगी। 16 जनवरी से 23 फरवरी तक मंगल, जो आपकी नौवें भाव के स्वामी हैं, उच्च स्थिति में रहेगा। इस समय के दौरान आपको काम के सिलसिले में किसी दूर स्थान या विदेश यात्रा का मौका मिल सकता है। विदेश से जुड़ी कोई नौकरी या बिजनेस अवसर भी मिल सकता है। 02 जून के बाद बृहस्पति आपके छठे भाव में प्रवेश करेगा, जिससे आपके दसवें भाव पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इस वजह से करियर में तरक्की के नए रास्ते खुलेंगे और प्रोफेशनल लाइफ में स्थिरता बढ़ेगी। साल के पहले छह महीनों में प्रगति थोड़ी धीमी लेकिन स्थिर रहेगी।
जो लोग बिजेनस करते हैं, उनके लिए यह साल सामान्य रूप से अच्छा रहेगा। हालांकि अगर आपका कोई पार्टनरशिप वाला काम है, तो थोड़ा सावधान रहना जरूरी होगा, क्योंकि केतु का सातवें भाव में होना साझेदारी में अड़चनें ला सकती है। ऐसी समस्याओं को कम करने के लिए सलाह दी जाती है कि आप अपने कार्यस्थल पर भगवान गणेश की पूजा करें।
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कुंभ वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, जैसा पहले बताया गया है कि यह साल आपके लिए आर्थिक रूप से बहुत रोमांचक रहने वाला है। बृहस्पति और शनि दोनों का आपके ग्यारहवें भाव पर एक साथ गोचर होना इस बात का संकेत है कि आपकी आमदनी बढ़ने के प्रबल योग बन रहे हैं। इस साल आप मेहनत से कमाई बढ़ाने के साथ-साथ नए और अनोखे आय स्रोत भी तलाशेंगे। पुराने बिजनेस या निवेशों से भी फायदा मिलने की पूरी संभावना है, जिससे आपकी वित्तीय स्थिति मजबूत होगी।
2026 में कई कुंभ राशि के जातकों को अच्छी आर्थिक बढ़त और सैलरी में इजाफा देखने को मिल सकता है। इसके अलावा, 02 जून के बाद बृहस्पति का आपके भाव पर दृष्टि प्रभाव पड़ेगा, जिससे आपकी बचत बढ़ेगी और बैंक बैलेंस और मजबूत होगा।
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कुंभ वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, साल के पहले छमाही में बृहस्पति पांचवें भाव में रहेगा, जो कुंभ राशि के विद्यार्थियों के लिए बहुत शुभ है। इस स्थिति में आपको अपने शिक्षकों, गुरुओं और मार्गदर्शकों का पूरा सहयोग और स्नेह मिलेगा। चूंकि आपकी आय और धन के स्वामी ग्रह भी इसी से गुजर रहे हैं, इसलिए आपके कई शैक्षणिक लक्ष्य पूरे होंगे। परिवार का सहयोग भी आपकी सफलता में अहम भूमिका निभाएगा। इस दौरान शिक्षा पर खर्च बढ़ने की संभावना भी रहेगी। 2026 के कुंभ राशिफल के अनुसार, बुध ग्रह, जो तेज गति से चलता है, आपकी पढ़ाई में त्वरित बदलाव लाएगा।
लेकिन क्योंकि बुध साल में कई बार वक्री होते हैं, इसलिए इन समयों में अपनी पढ़ाई और प्रदर्शन पर विशेष ध्यान देना जरूरी रहेगा। बुध आपके पंचम भाव के स्वामी होने के कारण आपकी बुद्धि और विश्लेषण क्षमता को बढ़ाता है। 2026 में बुध के वक्री होने की तिथियां इस प्रकार हैं, 26 फरवरी से 21 मार्च, 29 जून से 24 जुलाई और 24 अक्टूबर से 13 नवंबर।
इन अवधियों में आपको सावधान रहना चाहिए क्योंकि दस्तावेज़, नोट्स या पढ़ाई से जुड़े उपकरण (जैसे लैपटॉप, कंप्यूटर आदि) में तकनीकी दिक्कतें आ सकती हैं। इसके अलावा, 11 अप्रैल से 30 अप्रैल तक बुध अस्त रहेगा इसलिए इस दौरान भी अतिरिक्त सावधानी की आवश्यकता होगी। सकारात्मक बात यह है कि 07 सितंबर से 26 सितंबर तक बुध उच्च स्थिति में रहेगा, यह समय आपके लिए पढ़ाई और शिक्षा के लिहाज़ से बेहद लाभदायक रहेगा।
कुंभ वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, पारिवारिक जीवन की दृष्टि से इस साल शनि का पूरा प्रभाव रहेगा। इसकी वजह से यह समय आपके पारिवारिक रिश्तों की परीक्षा ले सकता है। शनि लग्नेश होकर दूसरे भाव में स्थित है, इसलिए इस साल आपका ध्यान मुख्य रूप से परिवार और जिम्मेदारियों पर रहेगा। लेकिन क्योंकि शनि एक “सूखा ग्रह” माना जाता है, यह आपकी भावनाओं को व्यक्त करने के तरीके को सीमित कर सकता है। शनि की चौथे भाव पर तीसरी दृष्टि होने से घर के माहौल में थोड़ी दूरी या ठंडापन महसूस हो सकता है।
साल के दूसरे हिस्से में, बृहस्पति का गोचर छठे भाव में होने से करीबी रिश्तेदारों या परिवार के सदस्यों से मतभेद हो सकते हैं। साल के अंत तक ये चुनौतियां और बढ़ सकती हैं, जैसा कि 2026 के कुंभ राशि के राशिफल में बताया गया है। इसके अलावा, चौथे भाव के स्वामी मंगल 18 सितंबर से 12 नवंबर तक नीच राशि में रहेंगे, जिससे मानसिक शांति भंग हो सकती है और घरेलू जीवन में तनाव या असंतुलन आने की संभावना है।
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कुंभ वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, कुंभ राशि वालों के लिए वैवाहिक जीवन के मामले में केतु का सातवें भाव में गोचर शुभ नहीं माना जाता, क्योंकि केतु स्वभाव से ही विरक्ति का प्रतीक है। इसका असर यह हो सकता है कि दांपत्य जीवन में मतभेद या दूरी आ जाए। इसका कारण अक्सर साथी की भावनाओं या जरूरतों की अनदेखी करना, ज़िम्मेदारियों से बचना या लापरवाही भरे व्यवहार हो सकते हैं।
अगर आप अविवाहित हैं और विवाह की सोच रहे हैं, तो यह समय सही नहीं है। इस समय आप गलत व्यक्ति के प्रति आकर्षित हो सकते हैं या सही जीवनसाथी के महत्व को समझ नहीं पाएंगे।
अब बात करें प्रेम जीवन की, गुरु (बृहस्पति) का पंचम भाव में गोचर कई लोगों के लिए नए प्रेम संबंधों की शुरुआत करा सकता है, और जो पहले से रिश्ते में हैं, उनके बीच सामंजस्य बना रहेगा। लेकिन आपके प्रेम के पंचम भाव के स्वामी बुध हैं, जो साल में कई बार वक्री होंगे, 26 फरवरी से 21 मार्च, 29 जून से 24 जुलाई, और 24 अक्टूबर से 13 नवंबर तक। इन समयों में आप अपने साथी से गलतफहमी या संवाद की कमी महसूस कर सकते हैं। 11 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच यह प्रभाव और ज़्यादा महसूस होगा क्योंकि उस समय बुध कमजोर स्थिति में रहेगा।
वहीं, 7 सितंबर से 26 सितंबर का समय आपके लिए बेहद अच्छा रहेगा क्योंकि उस दौरान बुध उच्च का रहेगा। इस समय आप अपने मन की बात किसी खास व्यक्ति से कह सकते हैं या अपने भावनाएं खुलकर ज़ाहिर कर सकते हैं।
कुंभ वार्षिक राशिफल 2026 के अनुसार, इस साल आपको अपनी सेहत पर खास ध्यान देने की जरूरत है और इसके कई कारण हैं। सबसे पहले राहु के लग्न में रहने से मानसिक तनाव और बेचैनी बढ़ सकती है। इसका असर आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी पड़ सकता है, जिससे आप साल में कई बार बीमार पड़ सकते हैं।
02 जून 2026 के बाद बृहस्पति के छठे भाव में गोचर से कुछ स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां बढ़ सकती हैं, जो लापरवाही करने पर गंभीर रूप भी ले सकती हैं। इस दौरान खासकर लीवर, फेफड़े और छोटी आंत कमजोर रह सकती हैं और शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण में दिक्कतें आ सकती हैं। इन समस्याओं को आप एक अनुशासित जीवनशैली अपना काफी हद तक नियंत्रित कर सकते हैं। लेकिन सुरक्षित रहने के लिए नियमित रूप से डॉक्टर से चेकअप करवाना बेहद जरूरी रहेगा।
आपको बुज़ुर्गों, विकलांगों और ज़रूरतमंदों की मदद करनी चाहिए।
शनि बीज मंत्र का जाप करें।
आपको गहरे रंग के कपड़े पहनने चाहिए। हो सके तो काला रूमाल साथ रखें।
अपने सहकर्मियों, नौकरों, मज़दूरों आदि की खुशी बनाए रखने से आपको शनि की कृपा प्राप्त होगी।
शनिवार को कौवों को कुछ खाना खिलाएं।
शराब, समुद्री भोजन, अंडे और मांसाहारी भोजन से दूर रहें।
अपनी राशि अनुसार पढ़ें, सबसे सटीक अपना आज का राशिफल
हम आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। MyKundali के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!
1. कुंभ राशि का तत्व क्या है?
कुंभ राशि चक्र की ग्यारहवीं राशि है, जो शनि द्वारा शासित एक वायु तत्व राशि है।
2. कुंभ राशि के जातकों के व्यक्तित्व के कौन से विशिष्ट गुण होते हैं?
वे मिलनसार, दूरदर्शी, प्रगतिशील, दानशील, स्वतंत्र, मिलनसार होते हैं और अक्सर साहित्य, गुप्त विज्ञान और नवाचार में रुचि दिखाते हैं।
3. 2026 में बृहस्पति का गोचर कुंभ राशि को कैसे प्रभावित करेगा?
बृहस्पति पंचम, षष्ठम और सप्तम भावों से होकर गुजरेगा, जिससे शिक्षा, प्रेम, संतान, वित्त और करियर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, लेकिन कर्ज और निवेश के मामले में सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
4. कुंभ राशि वालों को किन स्वास्थ्य समस्याओं का ध्यान रखना चाहिए?
यकृत, फेफड़े और छोटी आंत की समस्याओं के साथ-साथ पोषक तत्वों के अवशोषण संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं; नियमित जांच और अनुशासित जीवन शैली अपनाने की सलाह दी जाती है।